शिक्षक नौकरी में कटौती: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के माध्यम से बिहार में हजारों शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। यह प्रक्रिया अभी भी जारी है. इस बीच राज्य के हजारों अतिथि शिक्षकों की नौकरी खतरे में है. शनिवार को विभाग स्तर से इन शिक्षकों की सेवा समाप्त करने का पत्र जारी कर दिया गया है. इसके पीछे का कारण राज्य सरकार की नीति है. जिसके तहत अतिथि शिक्षकों की सेवा केवल शिक्षक नियोजन तक ही ली जानी है.
विभाग की ओर से जारी पत्र के मुताबिक, फिलहाल राज्य के स्कूलों में कक्षा 9 और 10 के लिए 37 हजार 847 और कक्षा 11-12 के लिए 56 हजार 891 शिक्षकों की नियुक्ति और पदस्थापना की गई है. इसलिए अब अतिथि शिक्षकों को सेवा में रखने की कोई जरूरत नहीं है. इस आदेश के बाद बिहार के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में करीब छह साल से पढ़ा रहे 4257 अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जायेंगे.
सेवा 31 मार्च को समाप्त हो जाएगी
शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रावधान के मुताबिक राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की सेवा एक अप्रैल 2024 से किसी भी परिस्थिति में नहीं ली जाये. सभी जिलों को यह भी आदेश दिया गया है कि आपके जिले में एक भी अतिथि शिक्षक सेवा में नहीं होने का प्रमाण पत्र 3 अप्रैल 2024 तक अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए।
क्या है विभाग का पिछला आदेश?
शिक्षा विभाग के संकल्प संख्या 51, दिनांक 25 जनवरी 2018 और संकल्प संख्या 371, दिनांक 3 जुलाई 2023 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जिस विषय के लिए अतिथि शिक्षक की सेवा ली जा रही है, उस विषय के लिए नियमित शिक्षक की नियुक्ति की जाये. यदि ऐसा होता है तो अतिथि शिक्षक की सेवा न ली जाए।