डाइजेस्टिव बिस्कुट: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ठीक से खाना-पीना तो दूर, जिम जाना भी मुश्किल हो गया है। इससे न सिर्फ वजन बढ़ रहा है, बल्कि कम उम्र में ही कई बीमारियां भी हो रही हैं।
बाजार में ऐसी कई दवाएं और खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं, जिनके बारे में दावा किया जाता है कि ये वजन घटाने में मददगार होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हैं।
इन्हीं में से एक है ‘डाइजेस्टिव बिस्किट’, जिसे लोग अक्सर हेल्दी मानते हैं और सोचते हैं कि इसे खाने से वजन नहीं बढ़ेगा। लेकिन एक नए शोध में यह दावा पूरी तरह से गलत पाया गया है।
डाइजेस्टिव बिस्कुट मूल रूप से उन लोगों के लिए बनाए गए थे जो कब्ज से पीड़ित हैं। ये बिस्कुट आसानी से पच जाते हैं और कभी-कभी चाय के साथ एक या दो बिस्कुट खाने से कोई नुकसान नहीं होता है।
लेकिन सावधान रहें, ये बिस्कुट प्रसंस्कृत भोजन का एक आदर्श उदाहरण हैं और डॉक्टर इन्हें खाने के खिलाफ हैं, मुख्यतः इन कारणों से:
सामग्री:
डाइजेस्टिव बिस्कुट में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। लेकिन इसमें चीनी, वसा, सोडियम और मैदा भी होता है, जो वजन बढ़ाने में योगदान देता है।
परिरक्षकों का उपयोग:
क्या आपने कभी देखा है कि डाइजेस्टिव बिस्कुट खराब हो जाते हैं या उनमें फफूंद लग जाती है? नहीं! इसका मतलब है कि इनमें प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
अधिक कैलोरी:
एक डाइजेस्टिव बिस्किट में लगभग 50 कैलोरी होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है। इसमें मौजूद चीनी, वसा और सोडियम शरीर को अस्वास्थ्यकर कैलोरी प्रदान करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए इन बिस्किट को हेल्दी समझने की गलती न करें और सीमित मात्रा में ही इनका सेवन करें।