Tax Saving Scheme: इस सरकारी स्कीम में 1000 रुपये से शुरू करें निवेश, टैक्स बेनिफिट के साथ मिलेगा अच्छा रिटर्न

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Tax Saving Scheme: अक्सर लोग अपने पैसे को निवेश करके मोटा रिटर्न पाना चाहते हैं, लेकिन असुरक्षित निवेश के डर से वे अपना पैसा कहीं निवेश नहीं करते हैं। लेकिन कम आय वाले लोगों की बचत बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से कई बचत योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें पहले से तय ब्याज भी मिलता है और निवेश की सुरक्षा की गारंटी भी मिलती है। ऐसी ही एक छोटी बचत योजना है नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम। इसमें निवेश पर अच्छे रिटर्न के साथ-साथ निवेशकों को टैक्स में भी छूट मिलती है, जिसकी वजह से यह कम आय वाले निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

आयकर में छूट है

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम इलेक्ट्रॉनिक मोड और पासबुक मोड दोनों के जरिए निवेश की सुविधा देती है। इसके अलावा इसमें निवेश करने पर आयकर की धारा 80सी के तहत कर कटौती का लाभ मिलता है। आसान शब्दों में कहें तो इस स्कीम में निवेश करके आप न सिर्फ अच्छा रिटर्न कमा रहे हैं, बल्कि आपको 1.5 लाख रुपये तक की आयकर छूट भी मिलती है। जिसकी वजह से यह लोगों के बीच काफी आकर्षक बनी हुई है। इसके अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की ब्याज राशि पर टीडीएस नहीं लगता है।

एनएससी में निवेश करने के लिए कौन पात्र है?

एनसीसी में कोई भी भारतीय अपना खाता खोल सकता है। इसमें दो लोगों के बीच संयुक्त खाता खोलने की सुविधा भी मिलती है। इसके अलावा नाबालिग भी अपना खाता खोल सकते हैं। इस योजना में निवेश के लिए आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की सुविधा मिलती है। आप ऑनलाइन निवेश पोस्ट डिपार्टमेंट की इंटरनेट बैंकिंग के जरिए कर सकते हैं, जबकि ऑफलाइन के लिए आपको नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाना होगा।

इतने समय के लिए करना होगा निवेश

आपको बता दें कि इन योजनाओं में पांच साल के लिए निवेश किया जाता है और इस अवधि से पहले एनएससी खाते को बंद करने का विकल्प नहीं है। हालांकि, जमाकर्ता की मृत्यु होने पर, राजपत्रित अधिकारी के वचन से जब्त होने पर या न्यायालय के आदेश पर इसे बंद किया जा सकता है।

ब्याज दर क्या है

इस योजना में न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि 100 रुपये के गुणकों में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। वर्तमान में सरकार इस पर 7.7 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर की पेशकश कर रही है, जिसे हर तीन महीने में समायोजित किया जाता है।