टाटा का 'पुराना खिलाड़ी' वापस आ गया: क्या Tata Sierra की वापसी से हिल जाएगी Creta की सल्तनत?
Tata Sierra Vs Hyundai Creta: 90 के दशक के बच्चों को Tata Sierra का नाम सुनते ही वो यादें ताज़ा हो जाती हैं। वो बड़ी सी गाड़ी, पीछे की वो बड़ी सी फिक्स कांच की खिड़की और सड़क पर उसका अलग ही रौला! अब टाटा मोटर्स उसी लीजेंड को नए अवतार में वापस ला रही है।
मार्केट में अभी मिड-साइज़ एसयूवी की रानी Hyundai Creta बनी हुई है। क्रेटा का जलवा ऐसा है कि हर दूसरी गाड़ी सड़क पर क्रेटा ही दिखती है। लेकिन अब सवाल यह है कि क्या सिएरा की वापसी क्रेटा की बादशाहत को खत्म कर पाएगी? अगर आप भी नई गाड़ी लेने का प्लान कर रहे हैं और कंफ्यूज हैं, तो आइये देखते हैं कि 2025 में इन दोनों में से 'पैसा वसूल' सौदा कौन सा है।
1. लुक्स और डिजाइन: टशन किसका ज्यादा?
- Tata Sierra: सिएरा सिर्फ एक गाड़ी नहीं, एक इमोशन है। नई सिएरा में टाटा ने पुरानी वाली 'लिगेसी' को जिंदा रखा है। इसमें वही सिग्नेचर 'ग्लास रूफ' वाला फील और बॉक्सी (Boxy) मस्कुलर डिज़ाइन मिलेगा। यह देखने में एकदम फ्यूचर की गाड़ी और सड़क पर किसी टैंक जैसी मजबूत लगती है।
- Hyundai Creta: क्रेटा हमेशा से अपने मॉडर्न और शहरी लुक्स के लिए जानी जाती है। यह स्टाइलिश है, स्लीक है और शहर की सड़कों के लिए परफेक्ट लगती है।
- निर्णय: अगर आपको "रफ एंड टफ" और मस्कुलर गाड़ी चाहिए तो सिएरा का कोई तोड़ नहीं। अगर स्पोर्टी और मॉडर्न लुक पसंद है, तो क्रेटा।
2. स्पेस और साइज: कौन है असली 'बाहुबली'?
साइज के मामले में टाटा सिएरा का पलड़ा थोड़ा भारी है।
- Sierra: यह गाड़ी देखने में क्रेटा से थोड़ी बड़ी और चौड़ी लगती है। टाटा की गाड़ियां वैसे भी अंदर के स्पेस और चौड़ाई के लिए मशहूर हैं। पिछली सीट पर 3 लोग सिएरा में ज्यादा आराम से बैठ पाएंगे। इसका बूट स्पेस (डिग्गी) भी बड़ा होने की उम्मीद है।
- Creta: क्रेटा में भी स्पेस की कमी नहीं है, लेकिन अगर कंधे से कंधा मिलाकर बैठने (Shoulder room) की बात हो, तो टाटा बाजी मार सकती है।
3. फीचर्स की लड़ाई
- Creta: हुंडई फीचर्स का राजा है। पैनोरमिक सनरूफ, कनेक्टेड कार टेक, अच्छी स्क्रीन और प्रीमियम इंटीरियर क्रेटा की यूएसपी (USP) है।
- Sierra: टाटा भी अब पीछे नहीं है। सिएरा में बड़ी फ्लोटिंग टचस्क्रीन, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और सबसे ख़ास—ADAS (सुरक्षा फीचर) जैसे हाई-टेक फीचर्स मिलेंगे। टाटा इसे प्रीमियम 'लॉन्ज' जैसा अनुभव देने की कोशिश कर रहा है।
4. दिल और जान: इंजन किसका दमदार?
यह सबसे बड़ा पेच है।
- Hyundai Creta: यह पेट्रोल और डीजल दोनों ऑप्शन्स में आती है। इसका इंजन बहुत स्मूथ और रिफाइंड है।
- Tata Sierra: टाटा इसे पहले EV (इलेक्ट्रिक) अवतार में ला सकती है, जिसकी रेंज 500 किमी के आसपास होगी। इसके बाद इसका टर्बो-पेट्रोल वर्जन भी आएगा। टाटा की डीजल गाड़ियों का टॉर्क (खिंचाव) जबरदस्त होता है।
सेफ्टी का क्या?
यहाँ टाटा सिएरा अपनी 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग की विरासत के साथ एक कदम आगे खड़ी हो सकती है। लोग टाटा पर लोहे जैसी मजबूती के लिए भरोसा करते हैं। क्रेटा में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है, लेकिन टाटा का 'ट्रैक रिकॉर्ड' सुरक्षा में ज्यादा तगड़ा है।
कीमत का गणित (Price War)
टाटा मोटर्स अक्सर अपनी कीमत को बहुत ही आक्रामक (Aggressive) रखता है। उम्मीद है कि सिएरा की कीमत क्रेटा के टक्कर में ही होगी, लेकिन टाटा कम दाम में 'ज्यादा बड़ी गाड़ी' का फील देकर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश करेगा।
हमारा फैसला:
अगर आपको शहर में चलाने के लिए फीचर-लोडेड और स्मूथ गाड़ी चाहिए, तो Creta अब भी सेफ ऑप्शन है। लेकिन, अगर आप भीड़ से अलग दिखना चाहते हैं, सुरक्षा आपकी प्राथमिकता है और आपको एक 'मर्दाना' लुक वाली एसयूवी चाहिए, तो Tata Sierra का इंतज़ार करना समझदारी होगी।
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