‘ताजा खबर 2’ रिव्यू: भुवन बम की दमदार एक्टिंग, लेकिन कहानी में सस्पेंस की कमी

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डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई सस्पेंस थ्रिलर ‘ताजा खबर’ का दूसरा सीजन वहीं से शुरू होता है, जहां पहले सीजन की कहानी खत्म हुई थी। कहानी में मुख्य किरदार वसंत गावड़े (भुवन बम) को एक चौंकाने वाली खबर मिलती है कि उसकी हत्या हो चुकी है। इसके बाद वसंत के फोन में “ताजा खबर” आनी बंद हो जाती है।

शहर का सबसे बड़ा डॉन यूसुफ (जावेद जाफरी) वसंत की मय्यत पर पहुंचकर उसका अपमान करता है और उससे 1000 करोड़ रुपये वसूलने की बात करता है। लेकिन सवाल यह है कि वसंत की तो हत्या हो चुकी है, फिर यह सब कैसे संभव है? इस रहस्य को जानने के लिए आपको ‘ताजा खबर 2’ के छह एपिसोड देखने होंगे।

भुवन बम की दमदार एक्टिंग

भुवन बम इस सीजन में और ज्यादा कॉन्फिडेंट नजर आते हैं। खासकर उनके इमोशनल सीन्स में वह अपनी असल जिंदगी का दर्द झलकाते हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि भुवन कोरोना के दौरान अपने माता-पिता को खो चुके हैं। यही वजह है कि कुछ सीन्स में ऐसा लगता है मानो भुवन वाकई अपने माता-पिता से संवाद कर रहे हों।

उनकी नेचुरल एक्टिंग दर्शकों को इमोशनल कर सकती है। यह कहना गलत नहीं होगा कि भुवन ने अपने किरदार में जान डाल दी है।

जावेद जाफरी और अन्य किरदार

  • जावेद जाफरी ने सीरीज में एक दिलचस्प डायलॉग कहा है: “लोग बुरे नहीं होते, हालात बुरे होते हैं, झूठी कहावत है, लोग ही बुरे होते हैं।” उनका अंदाज मजेदार जरूर है, लेकिन उनका किरदार उतना दमदार नहीं लगता, जितना ट्रेलर में दिखाया गया था।
  • श्रिया पिलगांवकर और देवेन भोजानी ने ठीक-ठाक काम किया है।
  • गौरी प्रधान तेजवानी और शिल्पा शुक्ला ने भी अपनी भूमिकाओं में बेहतर प्रदर्शन किया है।
  • हालांकि महबूब भाई (देवेन भोजानी) और मधु (श्रिया पिलगांवकर) के किरदार थोड़े अधूरे और फीके लगते हैं।

कहानी में कमजोर कड़ियां

लेखक अब्बास दलाल और हुसैन दलाल ने भले ही अच्छे डायलॉग लिखे हों, लेकिन इस बार वे सस्पेंस और थ्रिल को सही तरीके से गढ़ने में नाकाम रहे हैं।

  • ट्रेलर में जितना जावेद जाफरी के किरदार को प्रभावी दिखाया गया, सीरीज में वह उतना असर नहीं छोड़ पाते। ऐसा लगता है कि उनका किरदार जल्दबाजी में लिखा और खत्म कर दिया गया है।
  • महबूब भाई का डायलॉग, “तेरा वरदान तुझसे छीन लिया गया है क्योंकि तेरी लक्ष्मी तुझसे रूठ गई है”, कहानी को एक अलग दिशा देता है। लेकिन इसके बावजूद किस्मत और चमत्कार का जो कॉनसेप्ट पहले सीजन में था, उसे इस सीजन में सही तरीके से निभाया नहीं गया।

नेपाली गाने का अधूरा इस्तेमाल

सीरीज के ट्रेलर में नेपाली गाना ‘पैसा’ का इस्तेमाल किया गया था, जिसने नेपाल के दर्शकों को काफी उत्साहित किया। लेकिन सीरीज में इस गाने को सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया। अगर इस गाने को सही सीन के साथ पेश किया जाता, तो वह सीरीज की कई कमजोरियों को छुपा सकता था।

क्या ‘ताजा खबर 2’ देखें या नहीं?

अगर आप भुवन बम के फैन हैं, तो यह सीरीज आपको जरूर पसंद आएगी। उनकी दमदार एक्टिंग और इमोशनल सीन्स दिल को छू लेंगे। हालांकि, अगर आप एक मजबूत सस्पेंस और थ्रिलर की उम्मीद कर रहे हैं, तो आप थोड़ा निराश हो सकते हैं।

अगर आपने ‘ताजा खबर 1’ देखी है और आप कहानी का अंत जानना चाहते हैं, तो यह सीरीज एक बार जरूर देख सकते हैं।