जब किसी डायबिटीज़ के मरीज़ का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, तो उसके पैरों पर शुरुआती लक्षण दिखने लगते हैं। इन लक्षणों को तुरंत पहचानना ज़रूरी है और तुरंत शुगर टेस्ट करवाना चाहिए। साथ ही डॉक्टर से सलाह भी लेनी चाहिए।
मधुमेह एक खतरनाक बीमारी है। हालाँकि यह पूरी तरह से जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है, लेकिन अगर इससे पीड़ित लोग अपनी जीवनशैली में सुधार नहीं करते हैं तो यह खतरनाक हो सकती है।
डायबिटीज के मरीजों में शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव होता रहता है। लेकिन, जब यह बढ़ जाता है तो पैरों पर इसके लक्षण दिखने लगते हैं। इन संकेतों को समय रहते पहचानना और तुरंत शुगर टेस्ट करवाना जरूरी है।
पैरों में दर्द: अगर डायबिटीज के मरीज का शुगर लेवल बढ़ गया है तो यह डायबिटिक न्यूरोपैथी का लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे पैरों में तेज दर्द और सूजन हो जाती है। कई बार पैरों में सुन्नपन और झुनझुनी भी महसूस हो सकती है।
नाखूनों का रंग बदलना: डायबिटीज में शुगर लेवल बढ़ने पर नाखूनों का रंग बदलने लगता है। आमतौर पर गुलाबी रंग के नाखून काले होने लगते हैं। इन संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें और समय पर जांच करवाएं।
त्वचा का सख्त होना: डायबिटीज़ में पैरों और टखनों की त्वचा सख्त हो जाती है। हालांकि, गलत साइज़ के जूते पहनने से भी ऐसा हो सकता है। ऐसे में ब्लड टेस्ट करवाना ज़रूरी है।