मीठे सोडा और दिल का स्वास्थ्य: क्यों भोजन के साथ फ़िज़ी ड्रिंक्स हो सकती हैं खतरनाक?

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भोजन के साथ मीठे सोडा पीना आजकल आम बात हो गई है। चाहे वह जल्दी बनने वाला लंच हो या शानदार डिनर, फ़िज़ी ड्रिंक्स खाने के अनुभव को और मजेदार बना देते हैं। लेकिन, भले ही ये ड्रिंक्स ठंडे और स्वादिष्ट हों, शोध से पता चला है कि यह आदत दिल के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है।

नए शोध की चौंकाने वाली चेतावनी

हाल ही में फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन ने भोजन के दौरान मीठे पेय पदार्थों के सेवन और स्ट्रोक, दिल की विफलता, और अन्य गंभीर हृदय रोगों (सीवीडी) के बढ़ते जोखिम के बीच संबंध को उजागर किया है।

20 साल का डेटा और 70,000 लोगों का अध्ययन

शोधकर्ताओं ने स्वीडन में 70,000 से अधिक वयस्कों के डेटा का अध्ययन किया।

  • यह डेटा 1997 से 2009 तक प्रतिभागियों द्वारा दी गई आहार संबंधी प्रश्नावली से लिया गया।
  • इन लोगों को दो दशकों से अधिक समय तक ट्रैक किया गया, जिससे उनकी आदतों और स्वास्थ्य पर मीठे पेय पदार्थों के प्रभाव का पता चला।

मीठे पेय पदार्थों से बढ़ता इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा

शोध में पाया गया कि:

  • जो लोग नियमित रूप से चीनी-युक्त पेय पदार्थों का सेवन करते थे, उनमें इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया।
  • इस्केमिक स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है, जिससे गंभीर मस्तिष्क क्षति हो सकती है।

अन्य मीठे खाद्य पदार्थों का प्रभाव

अध्ययन में यह भी देखा गया कि:

  • जैम और शहद जैसे टॉपिंग का अधिक सेवन उदर महाधमनी धमनीविस्फार (abdominal aortic aneurysm) से जुड़ा पाया गया।
  • जबकि पेस्ट्री जैसे मीठे व्यंजनों ने हृदय रोगों के साथ कम संबंध दिखाया।

मीठे सोडा के हानिकारक प्रभाव: फ्रुक्टोज की भूमिका

शोध में मीठे सोडा के हानिकारक प्रभावों को उनके उच्च फ्रुक्टोज तत्व के कारण बताया गया।

  • फ्रुक्टोज का चयापचय:
    • ग्लूकोज के विपरीत, फ्रुक्टोज का मेटाबॉलिज़्म मुख्य रूप से यकृत (लिवर) में होता है।
    • यह फ्रुक्टोज को ट्राइग्लिसराइड्स में बदल देता है, जो वसा के रूप में रक्त वाहिकाओं में जमा होकर हृदय रोग का कारण बन सकते हैं।
  • पुरानी सूजन:
    • फ्रुक्टोज चयापचय रक्त वाहिकाओं में पुरानी सूजन को बढ़ा सकता है।
    • यह हृदय संबंधी समस्याओं और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने में योगदान देता है।

डिस्लिपिडेमिया और अतिरिक्त ट्राइग्लिसराइड्स

मीठे सोडा के अधिक सेवन से:

  • लिपिड प्रोफाइल बाधित हो सकता है।
  • अतिरिक्त ट्राइग्लिसराइड्स के कारण डिस्लिपिडेमिया (असंतुलित कोलेस्ट्रॉल स्तर) हो सकता है।
  • यह स्थिति हृदय और रक्त वाहिकाओं के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।

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