स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने नौ दिवसीय राम कथा का किया शुभारंभ

हरिद्वार, 07 जून (हि.स.)। पद्मविभूषण व जाने माने श्रीराम कथा वाचक स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज की नौ दिवसीय संगीतमय राम कथा शुक्रवार को कनखल राजघाट में गंगा के पावन तट पर शुरू हो गई। स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कथा का शुभारंभ करते हुए कहा कि शिव के बिना राम कथा अधूरी है। जब माता पार्वती ने भगवान शिव के समक्ष भगवान श्री राम के चरित्र के संबंध में 16 प्रश्नावली प्रस्तुत की तो भगवान शिव के सामने मानो पूरा रामचरित मानस प्रकट हो गया और भगवान शिव ने भगवान श्री राम के चरित्र का बखान करते हुए कहा कि भगवान राम का ऐसा चरित्र है कि उनका नाम लेने से ही सारे अमंगल दूर हो जाते हैं और मंगल ही मंगल होता है।

स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने भगवान श्री राम और भगवान शिव की भक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों एक-दूसरे का पूजन-अभिषेक करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम सबके आराध्य हैं।

इससे पहले श्री उदासीन पंचायती बड़ा अखाड़ा की ओर से महंत दामोदर शरण दास, महंत गोविंद दास, महंत राघवेंद्र दास और स्वामी डॉक्टर केशवानंद महाराज ने स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। स्वामी रामभद्राचार्य जी की कथा से पहले हरिद्वार के कनखल उपनगर में कलश यात्रा का भ्रमण किया गया। कलश यात्रा का जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।