ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू जैसे मोटे अनाज सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें मौजूद पोषक तत्वों की प्रचुरता इन अनाजों को सुपरफूड बनाती है। गेहूं और चावल जैसे सामान्य अनाजों की तुलना में बाजरे में फाइबर, मिनरल्स और विटामिन अधिक होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं।
इसके साथ ही इन अनाजों के सेवन से न केवल वजन घटाने में मदद मिलती है बल्कि हड्डियां भी मजबूत होती हैं, हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम होता है। यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र ने इन अनाजों के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 2023 को बाजरा वर्ष घोषित किया है।
बाजरे में मौजूद पोषक तत्व
हरदोई स्थित शतायु आयुर्वेद एवं पंचकर्म केंद्र के डॉ. अमित कुमार ने आईएएनएस को बताया कि इन मोटे अनाजों में विटामिन, खनिज, जिंक और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद जरूरी हैं।
पाचन में लाभकारी
इन अनाजों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पेट की सफाई और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है। खास तौर पर, जिन लोगों को दूध से कैल्शियम की कमी होती है, उनके लिए मोटे अनाज का सेवन एक बेहतरीन विकल्प है, क्योंकि इनमें आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है।
मधुमेह में लाभकारी
डॉ. अमित बताते हैं कि रागी और ज्वार जैसे मोटे अनाजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे शरीर में कार्बोहाइड्रेट का अवशोषण धीरे-धीरे होता है। इससे ब्लड शुगर का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है, जो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
हृदय रोग की रोकथाम में प्रभावी
बाजरे में विटामिन ‘बी’ (विशेष रूप से बी-3 या नियासिन) होता है, जो ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करता है। ट्राइग्लिसराइड्स हृदय रोग और दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ाते हैं, इसलिए इन अनाजों का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
हड्डियों में ताकत भरता है
मोटे अनाज के सेवन से हड्डियों की सेहत भी मजबूत होती है। इन अनाजों में कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। इसके अलावा इन अनाजों में फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती को बढ़ाता है।