भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 9 महीनों तक अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद जल्द ही धरती पर लौटने वाले हैं। नासा के अधिकारियों के अनुसार, होली के बाद उनकी वापसी की संभावना है। इस बहुप्रतीक्षित वापसी के लिए स्पेस स्टेशन पर तैयारियां जोरों पर हैं। सुनीता विलियम्स ने हाल ही में धरती में पुनः प्रवेश (रिएंट्री) के लिए एक विशेष रिफ्रेशर सत्र में भाग लिया।
स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से होगी वापसी
सुनीता विलियम्स और उनकी टीम स्पेसएक्स ड्रैगन क्रू अंतरिक्ष यान के माध्यम से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेंगी। उन्होंने क्रू-9 मिशन टीम के साथ मिलकर कंप्यूटर पर रिएंट्री प्रक्रियाओं का अभ्यास किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वापसी पूरी तरह सुरक्षित हो।
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क्रू-10 मिशन से बदलेगी टीम, 19 मार्च को होगी वापसी
नासा के क्रू-10 मिशन का प्रक्षेपण 12 मार्च को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से होगा। इस मिशन के तहत, नासा की ऐनी मैकलेन और निकोल एयर्स, रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के कॉस्मोनॉट किरिल पेसकोव, और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी (JAXA) के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी को ISS भेजा जाएगा।
क्रू-10 के आईएसएस पहुंचने के एक सप्ताह बाद, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी 19 मार्च को होगी।
9 महीनों तक क्यों फंसे रहे अंतरिक्ष में?
सुनीता विलियम्स और उनकी टीम को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की तकनीकी समस्याओं के कारण अनचाहे रूप से अंतरिक्ष में अतिरिक्त समय बिताना पड़ा। इस देरी के कारण, उन्हें अंतरिक्ष में नौ महीने तक रुकना पड़ा। अब उनकी वापसी स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन यान के माध्यम से होगी, जिससे क्रू रोटेशन और सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
स्पेसएक्स और नासा की साझेदारी से मिशन को मिलेगी रफ्तार
क्रू-10 मिशन के लिए पहले इस्तेमाल किए गए ड्रैगन अंतरिक्ष यान को पुनः उपयोग किया जाएगा। यह कदम लॉन्च प्रक्रिया को तेज करने और नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम की निरंतर सफलता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
अब सभी की निगाहें 19 मार्च पर टिकी हैं, जब सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष से धरती पर लौटेंगे, अपने रोमांचक सफर को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए।