सुक्खू सरकार ने रामपुर में बंद किए संस्थान, विक्रमादित्य सिंह ने नहीं किया विरोध: जयराम ठाकुर

रामपुर, 27 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शनिवार को शिमला जिला के रामपुर के झाकड़ी में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में मंडी के कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह पर जमकर निशाना साधा। इस मौक़े पर उनके साथ मंडी की लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत, रामपुर से विधान सभा के उम्मीदवार रहे कौल नेगी समेत अन्य नेता व पदाधिकारी उपस्थित थे।

जयराम ठाकुर ने विक्रमादित्य सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने रामपुर में जनता की मांग पर दर्जनों संस्थान खोले लेकिन सुक्खू सरकार ने बंद कर दिये। पीडब्ल्यूडी का मंत्री होने के कारण वह ख़ुद उस कैबिनेट में मौजूद रहे, जिसमें संस्थानों को बंद करने का फ़ैसला हुआ। अपनी कलम से उन्होंने रामपुर के पीडब्ल्यूडी के डिवीज़न कार्यालय बंद करने की फाइल पर दस्तख़त किए। उन्हें आवाज़ उठानी चाहिए थी। मुख्यमंत्री के इस जनविरोधी फ़ैसले के विरोध करना चाहिए था।

जयराम ठाकुर ने कहा कि लोगों की ज़रूरतों के लिए जो संस्थान खोले गये थे उन्हें विरोध की राजनीति के चलते बंद कर दिया और हमेशा सही का समर्थन और ग़लत का विरोध करने वाले मंत्री चुपचाप बैठे रहे। उन्होंने सवाल किया कि क्या वह रामपुर के अस्पतालों, स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने को सही मान रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब देश ने नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मन बना लिया है, चार सौ से ज्यादा सीटों से भाजपा सरकार बनाएगी।

जयराम ठाकुर ने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो हमने लोगों के लिए काम किए। बिजली का बिल माफ़ किया, पानी का बिल माफ़ किया, माताओं-बहनों का बस का किराया आधा माफ़ किया, पाँच लाख के इलाज के लिए हिम केयर दिया, गृहिणी सुविधा योजना के तहत माताओं बहनों को धुंवा मुक्त किचन दिया। इसके लिए हमने कोई गारंटी नहीं दी थी। किसी से कोई झूठ नहीं बोला था। यह सरकार का काम है। लोगों को सुविधाएं देने के लिए जो किया जा सकता है वह हमने किया। केंद्र सरकार से हर संभव मदद दिलाने के लिए हमने पूरी कोशिश की। केंद्र ने दिल खोलकर मदद की लेकिन कांग्रेस के नेता एक सुर में यही कहते रहे कि केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की।