Stomach Issues : देसी घी कहीं जहर तो नहीं बन रहा आपके लिए? ये 3 बीमारियां हैं तो तुरंत छोड़ दें, नहीं तो पछताना पड़ेगा
News India Live, Digital Desk: देसी घी को अक्सर हमारे खानपान का एक पौष्टिक और ज़रूरी हिस्सा माना जाता है. लोग इसे सेहतमंद रहने के लिए अपनी डाइट में शामिल करते हैं. यह शरीर को एनर्जी देता है और पेट के लिए भी कई तरह से फायदेमंद होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देसी घी सभी के लिए अच्छा नहीं होता? कुछ ऐसी स्वास्थ्य समस्याएँ हैं जिनमें देसी घी का सेवन आपकी सेहत को और बिगाड़ सकता है, और ऐसे में इसे बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए.
आइए जानते हैं किन लोगों को देसी घी खाने से बचना चाहिए:
- लीवर की बीमारी (जैसे फैटी लीवर या लीवर सिरोसिस):
अगर आपको फैटी लीवर, लीवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियां हैं, तो आपको देसी घी खाने से बचना चाहिए. दरअसल, घी में बहुत ज़्यादा वसा (फैट) होती है. अगर आपका लीवर पहले से ही कमज़ोर है या बीमार है, तो वह इस फैट को ठीक से पचा नहीं पाता. ऐसे में, घी खाने से आपके लीवर पर और भी ज़्यादा दबाव पड़ सकता है, जिससे उसकी स्थिति और खराब हो सकती है. लीवर की कोशिकाओं के अंदर फैट जमने से दिक्कतें बढ़ सकती हैं और बीमारी गंभीर हो सकती है. - एसिडिटी और पेट की अन्य समस्याएँ:
कुछ लोगों को एसिडिटी की समस्या रहती है. ऐसे लोगों को भी देसी घी खाने से बचना चाहिए, खासकर ज़्यादा मात्रा में. देसी घी गरिष्ठ (पचने में भारी) होता है और इसे पचाने के लिए पाचन तंत्र को काफी मेहनत करनी पड़ती है. अगर आपको पहले से ही एसिडिटी, सीने में जलन, ब्लोटिंग या अपच जैसी समस्याएँ हैं, तो घी का सेवन इन लक्षणों को और भी ज़्यादा बढ़ा सकता है. ऐसे में हल्का भोजन करना ही आपके लिए सबसे अच्छा होगा. - उच्च कोलेस्ट्रॉल या हृदय रोग:
हालांकि, आजकल शोध बताते हैं कि सीमित मात्रा में देसी घी हृदय स्वास्थ्य के लिए बुरा नहीं है, लेकिन अगर आपको पहले से ही उच्च कोलेस्ट्रॉल (खासकर LDL या खराब कोलेस्ट्रॉल) है या आपको हृदय रोग का खतरा ज़्यादा है, तो आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. ज़्यादा मात्रा में घी का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है और हृदय संबंधी समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है. ऐसे मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना सबसे ज़रूरी है, जो आपकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार आपको सही सलाह देंगे कि आपको घी खाना चाहिए या नहीं, और कितनी मात्रा में.
इन सब बातों का सीधा-सीधा मतलब यह है कि देसी घी सभी के लिए "अच्छा" नहीं होता. यह पौष्टिक तो है, लेकिन अगर आपकी स्वास्थ्य स्थिति अलग है, तो यह फायदे की जगह नुकसान भी कर सकता है. हमेशा याद रखें कि किसी भी नई चीज़ को अपनी डाइट में शामिल करने या बाहर करने से पहले अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लेना सबसे ज़रूरी है. आपकी सेहत आपकी सबसे बड़ी पूंजी है!
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