नई दुनिया: बच्चों में पेट का फ्लू: गर्मी के मौसम में बच्चों के आहार पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। इस बीच पानी की कमी से बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में बच्चों को न सिर्फ खूब पानी पीना चाहिए, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे दूषित पानी न पिएं, क्योंकि इससे बच्चों में पेट फ्लू का खतरा बढ़ सकता है।
जब बच्चों को पेट में फ्लू होता है तो उन्हें उल्टी और दस्त के साथ-साथ पेट दर्द की भी शिकायत होने लगती है। अगर इन बातों का ध्यान न रखा जाए तो बच्चों में यह समस्या और भी बढ़ सकती है। आइये जानते हैं वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. के बारे में। अजीत कुमार पेट फ्लू के लक्षण क्या हैं और इससे बचने के लिए क्या किया जा सकता है।
इन कारणों से बच्चों को पेट में संक्रमण हो सकता है
विषाणुजनित संक्रमण
रोटावायरस और नोरोवायरस दूषित पानी और भोजन के माध्यम से बच्चों को संक्रमित करते हैं। ये दोनों वायरस बच्चों में पेट फ्लू का कारण बन सकते हैं। जहां रोटावायरस के कारण बच्चों को पेट का फ्लू हो सकता है, वहीं वयस्कों को नोरोवायरस के कारण यह समस्या हो सकती है।
दूषित जल एवं भोजन
गर्मियों में साफ और शुद्ध पानी ही पीना चाहिए। इस बीच, बाहर का दूषित पानी पीने से पेट में फ्लू हो सकता है। इसके साथ ही दूषित भोजन और बाहर का तला-भुना खाना भी पेट की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
पेट के फ्लू से ऐसे करें बचाव
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- खाने से पहले बच्चों के हाथ धोएं और उनमें यह आदत विकसित करें।
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- आधे पके भोजन से बचना चाहिए।
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- बच्चों को उबला और फिल्टर किया हुआ पानी पीना चाहिए।
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- जब बच्चे खेलकर घर आएं तो उनके हाथ-पैर धोएं।
ये हैं पेट फ्लू के लक्षण
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- दस्त और उल्टी
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- पेट में फ्लू होने पर बच्चों को भूख नहीं लगती है।
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- पेट में हल्का दर्द बना रहना
- बच्चों में थकान और हल्का बुखार भी पेट फ्लू के लक्षण हैं।