शेयर बाजार में पिछले कुछ समय से गिरावट का रुख बना हुआ है। मार्च के चौथे दिन भी शेयर बाजार लाल निशान में है। शेयर बाजार में गिरावट का मुख्य कारण ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ और यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण उत्पन्न भू-राजनीतिक तनाव है। विशेषज्ञों के अनुसार मार्च में भी शेयर बाजार में गिरावट जारी रह सकती है। यह अलग बात है कि यह गिरावट फरवरी जितनी बड़ी नहीं होगी। यदि ऐसा होता है तो यह छठा महीना होगा जब सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान पर बंद होंगे। आइए आपको यह भी बताते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी किस स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
मार्च में लगातार दूसरे कारोबारी दिन शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है। सुबह 10 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मुख्य सूचकांक सेंसेक्स 190 अंकों की गिरावट के साथ 72,897.70 अंक पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, शेयर बाजार खुलने के महज तीन मिनट के भीतर ही यह 452.4 अंक गिरकर 72,633.54 अंक पर आ गया। वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 भी लाल निशान में कारोबार कर रहा है। सुबह 10 बजे निफ्टी 64.75 अंक गिरकर 22,054.55 अंक पर कारोबार कर रहा था। लेकिन कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी भी 21,964.60 अंक पर देखा गया। सोमवार को भी शेयर बाजार में 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई।
बाजार 9 महीने के निचले स्तर पर
शेयर बाजार के आंकड़ों पर नजर डालें तो सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही शेयर बाजार खुलने के कुछ ही मिनटों के भीतर लगभग 9 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए। जून 2024 के बाद सेंसेक्स 72 हजार अंक से नीचे देखा गया। 5 जून 2024 को सेंसेक्स आखिरी बार किसी कारोबारी सत्र में 71 अंक के स्तर पर देखा गया था। वहीं निफ्टी भी 5 जून के बाद पहली बार 22 अंक से नीचे गिरकर 21 हजार अंक के स्तर पर देखा गया। विशेषज्ञों के अनुसार, मार्च महीने में शेयर बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प के टैरिफ और भू-राजनीतिक तनाव का असर मार्च महीने में देखने को मिल सकता है।
कौन से स्टॉक गिरे?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर गिरने वाले शेयरों की बात करें तो नेस्ले इंडिया और बजाज ऑटो के शेयरों में 2.50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं एचसीएल टेक और इंफोसिस के शेयर 1.5 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं। टाइटन के शेयरों में 1.36 प्रतिशत की गिरावट आई।
अगर बढ़त वाले शेयरों की बात करें तो एनएसई पर एसबीआई और बीईएल के शेयरों में करीब 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है। जो शेयर बाजार को उबारने की कोशिश कर रहे हैं। इंडसइंड और पावर ग्रिड के शेयरों में 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी ओर अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर करीब 1 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
निवेशकों को कितना नुकसान हुआ?
खास बात यह है कि शेयर बाजार में गिरावट के कारण निवेशकों को आज भी नुकसान उठाना पड़ा है। महज 3 मिनट में निवेशकों की जेब से 1.33 लाख करोड़ रुपये साफ हो गए। सोमवार को जब शेयर बाजार बंद हुआ तो बीएसई का मार्केट कैप 1,250 करोड़ रुपये था। 38021191.08 करोड़ रुपये पर पहुंचा, जो मंगलवार को शेयर बाजार खुलने के तीन मिनट के भीतर ही गिरकर 38021191.08 करोड़ रुपये पर आ गया। यह 3,78,87,914.33 करोड़ हो गया है। इसका मतलब यह है कि बीएसई का मार्केट कैप 1,000 करोड़ रुपए बढ़ गया है। इसमें 1,33,276.75 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।