यूएस फेड के फैसले और बैंकिंग सेक्टर में खरीदारी से शेयर बाजार ने रचा इतिहास

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नई दिल्ली, 20 सितंबर (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार ने शुक्रवार को मजबूती का नया इतिहास रच दिया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुए। सेंसेक्स पहली बार 84 हजार अंक के स्तर को पार करके 84,600 अंक के ऊपर पहुंचा और निफ्टी पहली बार 25,800 अंक के स्तर को पार करने में सफल रहा। इस तेजी के कारण बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी पहली बार 471.9 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया। आज की तेजी के पीछे अमेरिकी फेडरल रिजर्व (यूएस फेड) से ब्याज दरों में की गई कटौती और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में हुई जोरदार खरीदारी मुख्य वजह रही।

मार्केट एनालिस्ट शुभेंदु भट्टाचार्य के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करने के बाद ग्लोबल मार्केट में भी तेजी का रुख बना है। यूएस फेड ने ब्याज दरों में आगे भी कटौती करने के संकेत दिए हैं। इस वजह से निवेशकों का सेंटीमेंट भी हाई बना हुआ है। सबसे बड़ी बात ये है कि विदेशी निवेशकों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले के बाद खुल कर खरीदारी शुरू कर दी है, जिससे ग्लोबल सेंटीमेंट्स भी मजबूत हुए हैं। इसका असर आज भारतीय शेयर बाजार के साथ ही एशियाई बाजारों में भी साफ नजर आ रहा है।

शुभेंदु भट्टाचार्य का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती करने के बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक पर भी दरों में कमी लाने का दबाव बढ़ सकता है। माना जा रहा है कि दिसंबर में होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला लिया जा सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक से ब्याज दरों में कटौती करने की उम्मीद की वजह से भी घरेलू शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स आज पॉजिटिव बने रहे, जिसकी वजह से मुनाफा वसूली के दबाव का सामना करने के बावजूद घरेलू शेयर बाजार नई ऊंचाई को छूने में सफल रहा।

इसी तरह धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि घरेलू शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स पहले से ही पॉजिटिव बने हुए हैं। खासकर बैंकिंग सेक्टर में पिछले सप्ताह से ही जोरदार खरीदारी हो रही है। निफ्टी का बैंक इंडेक्स लगातार सातवें दिन मजबूती के साथ कारोबार करता नजर आया। पॉजिटिव सेंटीमेंट्स के कारण ही आज दिन के कारोबार में निफ्टी का बैंक इंडेक्स 53,357 अंक के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच गया। सितंबर के महीने में बैंक इंडेक्स में 4 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ चुकी है। आज भी एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा जैसे बड़े बैंकों के शेयरों में 1 से लेकर 2 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई, जिसने पूरे मार्केट सेंटीमेंट को तेज करने में बड़ी भूमिका निभाई।

प्रशांत धामी के अनुसार मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयरों में भी आज जोरदार खरीदारी हुई। पिछले कुछ दिनों से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में लगातार मुनाफा वसूली हो रही थी, लेकिन आज निवेशकों ने छोटे और मझोले शेयरों में भी जम कर पैसा लगाया। इसी वजह से बीएसई का मिडकैप इंडेक्स आज 1.16 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.37 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ। स्मॉलकैप और मिडकैप शेयर पिछले लगातार 3 दिन से बिकवाली के दबाव में कारोबार कर रहे थे, लेकिन इन शेयरों में आज आई तेजी ने भी मार्केट सेंटीमेंट्स को पॉजिटिव बनाने में अहम भूमिका निभाई।

धामी का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरो में कटौती करने से ग्लोबल मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ना तय हो गया है। इससे भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी पहले की तुलना में और भी अधिक बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि डॉलर इंडेक्स की कमजोरी और अमेरिका में ब्याज दरों में कमी आने जैसी बातें भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट के लिए काफी अच्छी मानी जानी चाहिए। डॉलर इंडेक्स में कमजोरी आने के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक पिछले कुछ हफ्तों से भारतीय शेयर बाजार में लगातार खरीदारी कर भी रहे हैं। विदेशी निवेशकों की ओर से होने वाली संभावित खरीदारी की उम्मीद से भी आज घरेलू शेयर बाजार का उत्साह हाई बना रहा।

हालांकि, जानकारों का कहना है कि आज की तेजी से ही छोटे निवेशकों को अधिक उत्साहित नहीं होना चाहिए, क्योंकि घरेलू शेयर बाजार में आने वाले दिनों में करेक्शन आने की पूरी संभावना है। हाई वैल्यूएशन वाले शेयरों के मूल्य में आने वाले दिनों में गिरावट आ सकती है। इसलिए खुदरा निवेशकों को काफी सोच समझकर और इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स से सलाह करने के बाद ही बाजार में निवेश करने की अपनी योजना को अंतिम रूप देना चाहिए।