मंगलवार का दिन शेयर बाजार के लिए अशुभ साबित हुआ है। सुबह बाजार लाल निशान में खुलने के बाद दोपहर 3.30 बजे बाजार लाल निशान में ही बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान पर बंद हुए। 11 फरवरी को भारतीय शेयर बाज़ार में भारी गिरावट आई। कारोबार के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 1.5 फीसदी की गिरावट आई। यह लगातार पांचवां दिन है जब दोनों सूचकांक लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। छोटे और मध्यम आकार के शेयरों को भारी नुकसान हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई। सभी क्षेत्रीय सूचकांक भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
बाजार में गिरावट
दोपहर 3.30 बजे शेयर बाजार की स्थिति की बात करें तो सेंसेक्स 1018 अंकों की गिरावट के साथ 76,293 अंकों पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 309.80 अंकों की गिरावट के साथ 23,071 अंकों पर बंद हुआ। दोपहर करीब 12 बजे सेंसेक्स करीब 1,200 अंक या 1.5 प्रतिशत गिरकर 76,100 पर बंद हुआ। निफ्टी करीब 350 अंक या 1.5 प्रतिशत गिरकर 23,000 से नीचे आ गया।
इन शेयरों में गिरावट आई।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से जोमैटो, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी), टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई और कारोबार के दौरान इनमें 2.2% की गिरावट आई। एनएसई पर आयशर मोटर्स, अपोलो हॉस्पिटल्स के शेयरों में 6 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इसके अलावा श्रीराम फाइनेंस में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (बीईएल) और एचडीएफसी लाइफ में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही और वे शीर्ष 5 हारने वाले शेयरों में रहे।