मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर करते थे ठगी, एसटीएफ ने तीन लोगों किया गिरफ्तार

देहरादून, 24 मई (हि.स.)। क्राइम ब्रांच मुम्बई के अधिकारी बनकर लोगों को डरा-धमकाकर करोड़ों रुपये ठगने वाले गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन आरोपितों को कोटा, राजस्थान से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित दुबई से गिरोह चलाते थे।

एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि गत दिनों देहरादून निवासी एक वरिष्ठ नागरिक के साथ गिरोह ने धोखाधड़ी की थी। इन्होंने अवैध पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड आदि सीज करने की जानकारी देते हुए वीडियो कॉल पर डिजिटली अरेस्ट रखा। उन्होंने शिकायतकर्ता को मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी व पहचान छुपाने का संदिग्ध बताकर व नोटिस भेजकर शिकायकर्ता के नाम से चल रहे खातों में 38 मिलीयन का अवैध ट्रांजेक्शन होने का आरोप लगाया। इसके बाद पीड़ित को डरा धमकाकर पीड़ित से एक करोड़ 13 लाख रुपये भिन्न-भिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कराए।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे मुम्बई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर मुम्बई कस्टम से अवैध पासपोर्ट, केडिट कार्ड सीज करने की जानकारी देकर लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर धोखाधड़ी करते हैं।

गिरफ्तार आरोपितों में राकेश (30) पुत्र रमेश चन्द निवासी अजापुरा थाना शोकुर मध्य प्रदेश हाल पता गुजरों का मोहल्ला निकट शीतला माता मंदिर थाना इटावा जिला कोटा राजस्थान, दीपक लक्षकार (26) पुत्र किशन कुमार लक्षकार निवासी गुजरों का मोहल्ला निकट शीतला माता मंदिर थाना इटावा जिला कोटा राजस्थान व आसिफ अली (27) पुत्र ख्वाजा मोहम्मद निवासी इटावा जिला कोटा राजस्थान शामिल हैं।