ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) के तहत खेले गए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 10,000 करियर रन के मुकाम तक पहुंचने से एक रन कम रह गए। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में 38 रन की जरूरत थी, लेकिन पहली पारी में 33 रन बनाकर आउट होने के बाद, वह दूसरी पारी में चार रन बनाकर वापस लौट गए। इस तरह वह एक रन से टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने से चूक गए।
स्मिथ का बयान
मैच के बाद, स्मिथ ने कहा, “ऐसा लग रहा था कि मैं जंजीर से बंधा हुआ हूं। मैं बहुत खतरनाक गेंद पर आउट हुआ; गेंद ने अचानक से ज्यादा उछाल ले लिया।” उन्होंने आगे कहा, “शायद यह मेरी किस्मत थी कि मैं 10,000 रन तक नहीं पहुंच पाया, लेकिन हमें इस मैच का परिणाम मिल गया। यह एससीजी की सबसे कठिन पिच थी, जहां बल्लेबाजी करना अविश्वसनीय रूप से कठिन था।”
सीरीज में चुनौतियाँ
सीरीज में दो शतक लगाने वाले 35 वर्षीय स्मिथ ने भारत की टीम की प्रशंसा की और कहा, “मुझे क्रिकेट पसंद है, यह एक मजेदार सीरीज रही है। भारत एक अविश्वसनीय टीम है और हमें कुछ बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, खासकर (जसप्रीत) बुमराह की गेंदबाजी से।”
मिचेल स्टार्क का विचार
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने भी अपनी टीम की मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा, “भारत के खिलाफ टेस्ट मैच हमेशा कठिन होते हैं, खासकर जब एक ही सीरीज में चार या पांच मैच खेलने होते हैं।”
नाथन लियोन की टिप्पणी
अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन ने इस जीत को खास बताते हुए कहा, “इस टीम में कुछ ही खिलाड़ियों को पहले इस ट्रॉफी को जीतने का अनुभव है। यह कुछ ऐसा है जिसे हम सभी एक टीम के रूप में हासिल करना चाहते हैं, खासकर एक मजबूत टीम के खिलाफ खेलते समय।”
इस प्रकार, ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज को 3-1 से जीतकर न केवल ट्रॉफी पर कब्जा किया, बल्कि स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ियों की मेहनत और टीम की एकता का भी परिचय दिया।