समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन एक बार फिर विवादों में हैं। उनके एक बयान को लेकर करणी सेना ने कड़ा विरोध जताया, जिसके चलते उनके घर पर हमला किया गया। इस हमले में संपत्ति को काफी नुकसान हुआ और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप भी लगे।
रामजी लाल सुमन का बयान: क्या कहा गया?
सांसद सुमन ने कहा था कि “राणा सांगा ने बाबर को इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था।”
-
यह बयान एक ऐतिहासिक संदर्भ के रूप में दिया गया था।
-
उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
-
सुमन ने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया।
उनके अनुसार, यह एक ऐतिहासिक तथ्य है, जिसे किसी जातिगत या व्यक्तिगत टिप्पणी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
राणा सांगा और बाबर: ऐतिहासिक संदर्भ
इतिहास के अनुसार:
-
राणा सांगा मेदिनी राय और अन्य राजाओं के साथ मिलकर दिल्ली सल्तनत के सुल्तान इब्राहिम लोदी से लड़ रहे थे।
-
इस युद्ध में उन्होंने बाबर को समर्थन के लिए बुलाया था।
-
बाद में बाबर और राणा सांगा के बीच 1527 में खानवा का युद्ध हुआ, जिसमें बाबर ने जीत हासिल की।
यह विषय ऐतिहासिक रूप से विवादास्पद हो सकता है, लेकिन सांसद ने इसे मात्र इतिहास के संदर्भ में प्रस्तुत किया था।
करणी सेना का आक्रोश और हमले की शुरुआत
-
करणी सेना ने सांसद के इस बयान को राष्ट्रवादी और राजपूत गौरव के खिलाफ बताया।
-
उनके अनुसार, यह राणा सांगा का अपमान है।
-
इस बयान के बाद आगरा में करणी सेना ने प्रदर्शन किए और सांसद के घर पर हमला करने की चेतावनी दी।
सांसद के घर पर हमला: क्या हुआ उस दिन?
-
बुधवार को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद के आगरा स्थित घर पर हमला किया।
-
इस दौरान तोड़फोड़ की गई, कुर्सियां और शीशे तोड़ दिए गए।
-
सांसद की कार सहित अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया।
-
सांसद और उनके परिवार पर कातिलाना हमला करने की कोशिश की गई।
सांसद का आरोप है कि