जनजातीय कल्याण के लिये राज्य सरकार कर रही है बेहतरीन कार्य: राज्यपाल पटेल

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भोपाल, 15 नवंबर (हि.स.) । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सम्पूर्ण देश में जनजातीय कल्याण के अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। पीएम जन मन योजना और सिकल सैल उन्मूलन मिशन, जनजाति कल्याण का महाभियान है। इस महाभियान में राज्य सरकार द्वारा जनजाति कल्याण के बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं। अनेक विभागों के माध्यम से अति पिछड़ी जनजातियों को विकास की मुख्यधारा में लाने के कारगर प्रयास लगातार जारी है। यह बात राज्‍यपाल पटेल ने शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस पर शहडोल में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए कही।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि सिकल सैल उन्मूलन मिशन का संकल्प मध्यप्रदेश की धरती से लिया जाना प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा सिकल सैल उन्मूलन की दिशा में जाँच और जागरूकता के कार्य सघन स्तर पर किए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 82 लाख लोगों की सिकलसेल स्क्रीनिंग पूर्ण हो गई है। राज्यपाल पटेल ने शहडोल ज़िले के सिकल सैल जाँच कार्यों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को सिकल सैल कार्ड वितरण का कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।

पटेल ने कहा कि सिकल सैल से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय, इस रोग के प्रति जागरूकता ही है। उन्होंने कहा कि शादी के पूर्व लड़का-लड़की सिकल सैल कार्ड का मिलान ज़रूर करें। उन्होंने कहा कि गर्भधारण के दौरान और जन्म के बाद भी बच्चे के सिकल सैल की जाँच ज़रूर कराएं। राज्यपाल पटेल ने सभी से आह्वान किया कि सिकल सैल की जाँच और जागरूकता हम सभी की सामूहिक ज़िम्मेदारी है। राज्यपाल पटेल ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती पर उनका नमन किया और प्रदेश एवं देश के महान क्रांतिकारी, जनजातीय सपूतों का पुण्य स्मरण भी किया। उन्होंने जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जबलपुर और छिंदवाड़ा के जनजातीय संग्रहालय के लोकार्पण के प्रति आभार ज्ञापित किया।

विभिन्न विकास कार्यों का हुआ भूमि-पूजन एवं लोकार्पण

राज्यपाल पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर शहडोल में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम के दौरान 229.66 करोड़ रुपये की लागत से 76 विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इनमें 68.15 करोड़ रुपये की लागत से 33 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 161.51 करोड़ रुपये की लागत के 43 विकास कार्यों का भूमि-पूजन शामिल हैं।

राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम गुटुम्ब, शैला नृत्य, करमा जैसे अन्य पारंपरिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गईं। महिला बाल विकास विभाग, वन विभाग, शिक्षा एवं ट्रायवल विभाग, आजीविका मिशन, हथकरघा विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस अवसर पर विधायकगण, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, जनजातीय समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के नागरिक मौजूद रहे।