अगर आप कम निवेश में बड़ा मुनाफा कमाने वाला बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो कुल्हड़ बनाने का बिजनेस आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस बिजनेस को सिर्फ 5,000 रुपये के निवेश से शुरू किया जा सकता है, और इसमें सरकार की भी मदद मिलती है।
आजकल लोग प्लास्टिक के कप में चाय पीने से बचते हैं और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं। कुल्हड़ (मिट्टी के कप) एक सिंगल यूज प्लास्टिक का बेहतरीन विकल्प बन चुका है, जिससे इसकी मांग लगातार बढ़ रही है।
सरकार कर रही है मदद – मिलती है इलेक्ट्रिक चाक मशीन
केंद्र सरकार भी इस बिजनेस को प्रमोट कर रही है। खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के अनुसार, सरकार कुल्हड़ बनाने के लिए बिजली से चलने वाली चाक मशीन (Electric Potter’s Wheel) उपलब्ध कराती है।
- 2020 में केंद्र सरकार ने 25,000 इलेक्ट्रिक चाक मुफ्त में बांटे थे।
- सरकार द्वारा बनाए गए कुल्हड़ को भी उचित मूल्य पर खरीदा जाता है।
- बिजली से चलने वाली चाक मशीन से कुल्हड़ बनाना आसान और तेज हो जाता है।
अगर आप भी कुल्हड़ बनाने के बिजनेस में उतरना चाहते हैं, तो सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
कुल्हड़ बनाने के लिए जरूरी कच्चा माल
1. मिट्टी
- कुल्हड़ बनाने के लिए अच्छी क्वालिटी की मिट्टी की जरूरत होती है।
- यह मिट्टी नदी, तालाब या मिट्टी के अन्य स्रोतों से प्राप्त की जा सकती है।
2. सांचा (Mold)
- कुल्हड़ को आकार देने के लिए सांचे (मोल्ड) की जरूरत होती है।
- बाजार में अलग-अलग आकार और डिजाइनों के सांचे उपलब्ध हैं।
3. भट्टी (Furnace/Kiln)
- कुल्हड़ को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए इन्हें पकाना पड़ता है।
- इसके लिए एक बड़ी भट्टी (Kiln) की जरूरत होती है, जहां कुल्हड़ को उचित तापमान पर पकाया जाता है।
सिंगल यूज प्लास्टिक के बंद होने के बाद रेलवे स्टेशन, बस डिपो, एयरपोर्ट और मॉल में कुल्हड़ की मांग तेजी से बढ़ रही है।
कुल्हड़ बिजनेस से कितनी होगी कमाई?
कुल्हड़ का बिजनेस बेहद किफायती और पर्यावरण के अनुकूल है। यह कम लागत में ज्यादा मुनाफा देता है।
कुल्हड़ के मौजूदा बाजार मूल्य:
उत्पाद | कीमत (प्रति 100 कुल्हड़) |
---|---|
चाय का कुल्हड़ | ₹50 |
लस्सी का कुल्हड़ | ₹150 |
दूध का कुल्हड़ | ₹150 |
मिट्टी की प्याली | ₹100 |
कमाई का अंदाजा कैसे लगाएं?
- अगर आप रोजाना 1,000 कुल्हड़ बनाते हैं, तो
- चाय के कुल्हड़ पर रोज की कमाई = 10 x 50 = ₹500
- लस्सी के कुल्हड़ पर कमाई = 10 x 150 = ₹1,500
- अगर बड़ी संख्या में ऑर्डर मिले तो मुनाफा कई गुना बढ़ सकता है।
- त्योहारों और शादियों के सीजन में कुल्हड़ की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे यह एक शानदार बिजनेस बन जाता है।
क्यों शुरू करें कुल्हड़ बनाने का बिजनेस?
कम निवेश, ज्यादा मुनाफा – सिर्फ ₹5,000 की लागत में बिजनेस शुरू किया जा सकता है।
सरकार की मदद उपलब्ध – इलेक्ट्रिक चाक और सरकारी खरीद योजनाएं हैं।
बढ़ती मांग – प्लास्टिक बैन के कारण रेलवे, मॉल, एयरपोर्ट, चाय की दुकानों में कुल्हड़ की डिमांड बढ़ रही है।
इको-फ्रेंडली और हेल्दी विकल्प – कुल्हड़ पर्यावरण के अनुकूल और स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं।
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में मांग – विदेशों में भी भारतीय मिट्टी के बर्तन काफी लोकप्रिय हैं।
कैसे शुरू करें कुल्हड़ बनाने का बिजनेस?
1. सही स्थान और कच्चे माल की व्यवस्था करें
- मिट्टी की उपलब्धता के लिए किसी नदी या तालाब के पास स्थान चुनें।
- बाजार से विभिन्न आकारों के कुल्हड़ के सांचे खरीदें।
2. सरकार की योजना का लाभ उठाएं
- खादी ग्रामोद्योग आयोग से इलेक्ट्रिक चाक प्राप्त करें।
- सरकारी सहायता योजनाओं और लोन विकल्पों की जानकारी लें।
3. कुल्हड़ की मार्केटिंग करें
- रेलवे स्टेशन, चाय की दुकानों, मिठाई की दुकानों, और होटल्स से संपर्क करें।
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (Amazon, Flipkart, Meesho) पर अपने कुल्हड़ बेचें।
- थोक व्यापारियों और होलसेल मार्केट से जुड़ें।