आंध्र प्रदेश के प्रतिष्ठित तिरुपति बालाजी मंदिर में 8 जनवरी को भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट के वितरण केंद्र के पास हुआ।
मृतकों में से एक की पहचान मलिका नामक महिला के रूप में हुई है। घायलों को श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना कैसे हुई?
तिरुपति मंदिर में वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु टिकट हासिल करने के लिए कतारों में खड़े थे।
- 8 जनवरी की सुबह से ही करीब 4000 श्रद्धालु विभिन्न टिकट वितरण केंद्रों पर मौजूद थे।
- भगदड़ तब मची, जब बैरागी पट्टी पार्क में टोकन वितरण के लिए लाइन में लगने की अनुमति दी गई।
मारपीट से बिगड़ी स्थिति
- टीटीडी (तिरुमला तिरुपति देवस्थानम) द्वारा व्यवस्थित कतारें भारी भीड़ से भर गई थीं।
- स्थानीय और बाहरी क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
- विष्णु धाम के काउंटर पर अचानक मारपीट शुरू हो गई, जिससे अव्यवस्था और भगदड़ की स्थिति बन गई।
- इस भगदड़ में एक महिला श्रद्धालु समेत 6 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
आने वाले दिनों में टोकन वितरण
टीटीडी ने घोषणा की है कि 9 जनवरी को सुबह 5 बजे से अगले कुछ दिनों के लिए टोकन का वितरण किया जाएगा:
- 10, 11, और 12 जनवरी के लिए कुल 1.20 लाख टोकन आवंटित किए जाएंगे।
- अन्य दिनों के लिए भी टोकन जारी किए जाएंगे।
- श्रद्धालु बुधवार शाम से ही काउंटरों पर जुटने लगे थे, क्योंकि गुरुवार सुबह से द्वार दर्शन टोकन मिलना शुरू होना था।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और तुरंत राहत कार्यों का निर्देश दिया।
- मुख्यमंत्री ने घायलों के लिए बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को घटनास्थल पर तैनात किया।
- मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा,
“मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से फोन पर बात कर राहत और बचाव कार्य तेज करने को कहा। उन्होंने उच्च अधिकारियों को मौके पर जाकर घायलों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।”
घटना से जुड़े प्रमुख बिंदु
- घटना का कारण: अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्थित कतारें।
- मृतकों की संख्या: 6 लोग।
- घायलों का उपचार: श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में जारी।
- भविष्य की योजना: टीटीडी ने टोकन वितरण प्रक्रिया को और व्यवस्थित करने का आश्वासन दिया है।