Sourav Ganguly on Rohit Sharma: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के चौथे टेस्ट मैच का पांचवां दिन मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेला जा रहा है। यह मुकाबला बेहद रोमांचक स्थिति में पहुंच चुका है, लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मेलबर्न टेस्ट में रोहित ने अपने पुराने बल्लेबाजी क्रम में वापसी करते हुए यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग की। हालांकि, ओपनिंग करते हुए भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों ने रोहित की खराब फॉर्म और उनके टेस्ट करियर पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
सौरव गांगुली का बड़ा बयान
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा की टेस्ट फॉर्म को लेकर सख्त टिप्पणी की। गांगुली का कहना है कि रोहित के पास अपने टेस्ट करियर को बचाने के लिए केवल तीन पारियां बची हैं।
गांगुली ने कहा:
“मुझे नहीं पता कि रोहित मानसिक रूप से किस स्थिति में हैं। मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने एक खराब शॉट खेला। अब उनके पास मेलबर्न की दूसरी पारी और सिडनी में दो पारियां बची हैं। उन्हें इन पारियों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा, नहीं तो उनका टेस्ट करियर खतरे में पड़ सकता है।”
गांगुली की यह चिंता सही भी साबित हुई। मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी में रोहित सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए।
सुनील गावस्कर की चेतावनी
सौरव गांगुली के साथ ही सुनील गावस्कर ने भी रोहित शर्मा के टेस्ट करियर पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अगली तीन पारियां उनके करियर के भविष्य का फैसला करेंगी।
गावस्कर ने कहा:
“रोहित की अगली तीन पारियां बेहद अहम हैं। अगर उन्होंने इसमें सुधार नहीं किया, तो उनके लिए टेस्ट टीम में बने रहना मुश्किल हो सकता है।”
गावस्कर ने उनकी तकनीकी कमजोरियों और मानसिक दबाव पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कप्तानी का दबाव उनके बल्लेबाजी प्रदर्शन को प्रभावित कर रहा है।
रोहित की फॉर्म और आंकड़े
रोहित शर्मा का 2024 का टेस्ट रिकॉर्ड उनकी गिरती फॉर्म को दर्शाता है:
- 2024 में प्रदर्शन:
- 14 टेस्ट मैच
- 24.76 की औसत से 619 रन
- 2 शतक और 2 अर्धशतक
- मेलबर्न टेस्ट में भी वे दोनों पारियों में संघर्ष करते नजर आए।
- सीरीज के महत्वपूर्ण चौथे टेस्ट में, जहां टीम को उनसे बड़े स्कोर की उम्मीद थी, उन्होंने निराश किया।
कप्तानी और टीम चयन पर भी उठे सवाल
रोहित शर्मा न केवल बल्लेबाजी बल्कि कप्तानी को लेकर भी आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। उनकी रणनीतियों और टीम चयन पर कई विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं:
- 2024 में कप्तानी का रिकॉर्ड:
- 14 मैचों में 7 जीत, 5 हार।
- महत्वपूर्ण मैचों में गलत फैसलों और कमजोर रणनीतियों के कारण आलोचना।
- टीम चयन:
- लगातार खिलाड़ियों का बदलता क्रम।
- पिच और विपक्षी टीम की परिस्थितियों के अनुसार सही निर्णय लेने में चूक।
मेलबर्न टेस्ट और टीम इंडिया का दबाव
मेलबर्न टेस्ट में 340 रनों का लक्ष्य भारत के लिए चुनौतीपूर्ण था। हालांकि, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे अनुभवी बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन टीम पर भारी पड़ रहा है।
- लंच तक भारत ने सिर्फ 33 रन बनाए थे और शीर्ष क्रम पूरी तरह से फेल रहा।
- यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ियों पर अब टीम का दारोमदार है।