सवाल 1: मेरी सात साल की बेटी को बार-बार जुकाम हो जाता है। क्या खानपान में बदलाव के माध्यम से जुकाम पर नियंत्रण संभव है?
जवाब:
बच्ची को जुकाम से राहत पहुंचाने के लिए उसे ज्यादा से ज्यादा पानी और अन्य तरल पदार्थ पिलाएं। अधिक तरल पदार्थ का सेवन करने से कफ आसानी से बाहर निकलता है और नाक बंद होने की समस्या कम होती है। चाय, कॉफी और ठंडी ड्रिंक्स से बचें। गर्म तरल पदार्थ, जैसे कि चिकन सूप, नाक बंद होने में राहत देने में मदद कर सकता है। शोध से पता चला है कि लहसुन, अदरक, और प्याज जैसे खाद्य पदार्थ इंफेक्शन से लड़ने में सहायक होते हैं। मेथी और सरसों का सेवन भी बंद नाक में राहत पहुंचा सकता है। शहद और नींबू का सेवन गले की खराश को कम करने में मदद करता है। मुलैठी और जोशांडा जैसी जड़ी-बूटियों का भी सर्दी-जुकाम में लाभकारी प्रभाव होता है।
सवाल 2: मेरी मां की उम्र 70 साल है। उनकी डाइट में कमी और रक्तचाप में गिरावट है। इस समस्या के समाधान के लिए क्या करें?
- पूजा सिंह, पटना
जवाब:
कम रक्तचाप की समस्या का सामना करने के लिए पानी और तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। ठंड के मौसम में हाइड्रेशन का ध्यान रखें। मां के आहार में विटामिन बी12 युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे अंडे और फोर्टिफाइड अनाज। न्यूट्रीशनल यीस्ट का उपयोग भी करें। फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे दाल, फल और हरी पत्तेदार सब्जियां, पोषण में सुधार करने में मदद करेंगी। अगर वह बहुत कम खाती हैं, तो डॉक्टर के परामर्श से फोलेट और विटामिन बी1 के सप्लीमेंट लेने पर विचार करें। नियमित अंतराल पर छोटी मात्रा में भोजन करना भी फायदेमंद हो सकता है।
सवाल 3: मेरे पैर में फ्रैक्चर हो गया है। खानपान में क्या शामिल करें ताकि रिकवरी तेज हो और भविष्य में परेशानी न हो?
- प्रियंका स्मिता, भागलपुर
जवाब:
हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम बेहद जरूरी है। गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ व्यायाम, जैसे टहलना और वेट लिफ्टिंग, हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में मदद करते हैं। अपने आहार में कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन D, K, C और मिनरल्स जैसे मैग्नीशियम और पोटैशियम को भी शामिल करें। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड का सही संतुलन हड्डियों के लिए लाभकारी होता है। एंटी-इंफ्लामेट्री डाइट, जिसमें फल, सब्जियां, मछली और साबुत अनाज शामिल हैं, भविष्य में कूल्हे के फ्रैक्चर का खतरा कम करने में मदद कर सकती है। शराब और सिगरेट से दूर रहना भी जरूरी है।