फर्जी डिग्री जारी करने के मामले में एसओजी ने विश्वविद्यालय में मारा छापा

जयपुर, 10 अप्रैल (हि.स.)। फर्जी डिग्री जारी करने के मामले में बुधवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय कैम्पस की तलाशी ली गई। एसओजी की पांच टीमों ने विश्वविद्यालय परिसर में दबिश देकर एक दलाल और पीटीआई पुत्र को अरेस्ट किया है। एसओजी ने यहां से बड़ी मात्रा में फर्जी डिग्रियां, खेल प्रमाण पत्र, सील सहित अन्य रिकॉर्ड को जब्त किया है।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एव एसओजी वीके सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक परिवादी (नाम गोपनीय) द्वारा एसओजी को सूचना मिली कि बेरासर घुमाना राजगढ़ चूरू निवासी 52 वर्षीय सुभाष पूनिया पुत्र गुरूदयाल और उसका बेटा परमजीत हाल पीटीआई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुर्जा पंचायत समिति बसेड़ी धौलपुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्री, फर्जी खेल प्रमाण पत्र, फर्जी मेडल व फर्जी बैक डेट में एडमिशन दिलाने का कार्य संगठित गिरोह के रुप में बड़े स्तर पर कर रहे है। इस सूचना पर परिवाद दर्ज कर जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह द्वारा की गई। परिवाद की जांच में सामने आया कि आरोपित सुभाष पूनिया कई विश्वविद्यालयों के दलाल के रूप में कार्य करता है। ओपीजेएस विश्वविद्यालय राजगढ़ चूरू में यह विशेष रूप से दलाली करता है और ओपीजेएस विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट से मिलीभगत कर बैक डेट में फर्जी डिग्री, मेडल, प्रमाण पत्र इत्यादि जारी करवाता है। इसके साथ ही फर्जी डिग्री या प्रमाण पत्र का सत्यापन शिक्षा विभाग में कार्यरत कुछ स्टाफ व विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट से मिलिभगत कर करवाता है। इस पर 13/2024 अन्तर्गत धारा 420, 467,468,471,120बी आईपीसी पीएस एसओजी द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया। प्रकरण की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्माराम गिल्ला को अनुसंधान अधिकारी नियुक्त किया गया।

एसओसी ने किया डिकॉय ऑपरेशन, डिग्री के लिए भेजा बोगस ग्राहक

अनुसंधान में उपरोक्त आरोपितों को पकड़ने के लिए परिवादी के साथ एक डिकॉय ऑपरेशन की योजना बनाई गई। योजना के तहत परिवादी द्वारा लाइब्रेरियन की भर्ती की विज्ञप्ति के परिप्रेक्ष में लाइब्रेरियन की डिग्री बैक डेट में दिलाने के संबंध में आरोपी सुभाष पूनिया से वार्ता की गई। यह सौदा पचास हजार में तय हुआ, बीस हजार एडवांस के रूप में सुभाष के बेटे परमजीत के खाते में सुभाष के कहने पर डाले गए। पैसे डालने के कुछ दिनों के पश्चात आरोपित सुभाष ने लाइब्रेरियन की फर्जी डिग्री परिवादी के मोबाइल पर जरिए व्हाट्सअप प्रेषित कर दी। 9 अप्रेल 2023 को आरोपित सुभाष द्वारा परिवादी को मूल कूटरचित डिग्री ओपीजेएस विश्वविद्यालय के पास राजगढ़ में देना तय हुआ। परिवादी के साथ प्रथम टीम धर्माराम गिल्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में भेजी गई। परिवादी से मुलाकात के दौरान आरोपित सुभाष ने बताया की संबंधित डिग्री सरदारशहर में प्रदीप कुमार शर्मा पुत्र अमरचंद शर्मा निवासी वार्ड नंबर 25, पुगलसर बास सरदारशहर, चूरू के पास है और शेष पैसों की मांग की।

मकान में मिला डिग्रियों और खेल प्रमाण पत्रों का ढेर

एसओजी की टीम द्वारा मौके पर ही सुभाष को पकड़ लिया गया और इसके बाद एसओजी की टीम सुभाष के बेरासर गांव स्थित रिहायशी मकान पर पहुंची और मकान की तलाशी ली । तलाशी में मकान से 7 विश्वविद्यालयों की लगभग पचास डिग्रियां (मूल), 81 खेल प्रमाण-पत्र, 117 विद्यार्थियों का रिकॉर्ड जैसे मार्कशीट, आधार, डिग्री इत्यादि,10 भरी हुई उत्तर पुस्तिकाएं, 2 विश्वविद्यालयों की सील, 2 खाली खेल प्रमाण-पत्र और चैक बुक सहित अन्य दस्तावेज मिले। एसओजी ने दस्तावेज जब्त कर उनकी जांच शुरू कर दी है। इस मामले में एसओजी ने सुभाष के अलावा प्रदीप शर्मा और परमजीत पूनिया को अरेस्ट किया है। एसओजी ने पीटीआई परमजीत पूनियां के घर पर भी तलाशी ली। वहां से भी एसओजी ने कई दस्तावेज जब्त किए है।

दुकान से प्रिंट करवाता था फर्जी डिग्रियां

एसओजी की जांच में सामने आया कि सुभाष पूनिया एक दुकान में फर्जी डिग्रियां छपवाता था। सुभाष पूनिया राजगढ़ में बस स्टेंड के पास स्थित शेखावटी प्रिंटर्स नामक दुकान से फर्जी डिग्रीयां प्रिंट करवाता है। एसओजी ने इस दुकान से लेपटॉप, कम्प्यूटर जब्त कर दुकान संचालक 40 वर्षीय राकेश निवासी राजगढ़ चूरू को अरेस्ट किया गया है। आरोपी राकेश से एसओजी पूछताछ कर रही है।

इन लोगों ने प्राप्त की थी फर्जी डिग्री, परीक्षा में बैठाए थे डमी कंडिडेंट

इस पूरे प्रकरण की जांच के दौरान एसओजी ने पाया कि जाखल सांचौर निवासी गणपत लाल, वर्तमान में शारीरिक शिक्षक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सीलोसन, चितलवाना जालौर निवासी विक्रम, हाल शारीरिक शिक्षक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय होतिगांव और सांचौर निवासी नरेंद्र हाल शारीरिक शिक्षक सांचौर ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय से न केवल फर्जी बीपीएड की डिग्री प्राप्त की, बल्कि परीक्षा में डमी कैडिडेंट भी बैठाया गया।

इस पर एसओजी ने धारा 420,419,467,468,471,120 बी भादस 3,6 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2022 के तहत 12/24,14/24,15/24 प्रकरण दर्ज किया । जांच में सामने आया कि शारीरिक शिक्षक की विगत परीक्षा में ओपीजेएस विश्वविद्यालय द्वारा डिग्रियों के आधार पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। जांच में सामने आया कि कई अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा के बाद पैसे खर्च कर बैक डेट में डिग्री सर्टिफिकेट हासिल किए थे। । ओपीजेएस विश्वविद्यालय के परिसर तलाशी के दौरान एक मोबाइल, एक हॉर्ड डिस्क, एक लैपटॉप, एक कम्प्यूटर व बड़ी तादात में दस्तावेज जब्त किए गए है।