बस्तर जिले में समर्थन मूल्य पर अब तक 78 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा धान की हुई खरीद 

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जगदलपुर, 16 दिसंबर (हि.स.)। बस्तर जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के तहत खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत अब तक 78 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीद की गई है। वहीं उपार्जित धान का उठाव सुनिश्चित किया जा रहा है। वर्तमान में 50 धान खरीद केन्द्रों का करीब 18 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान के परिवहन हेतु आदेश जारी किया जा चुका है। साथ ही अब तक 3 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा धान का उठाव किया जा चुका है। ज्ञात हो कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के तहत मोटा धान 2300 रुपए प्रति क्विंटल और पतला धान 2320 प्रति क्विंटल की दर से मीट्रिक किया जा रहा है। इस वर्ष समूचे प्रदेश के सभी जिलों में 14 नवम्बर से धान मीट्रिक प्रारंभ हुई है।

जिले में कुल 79 उपार्जन केंद्रों में पंजीकृत कृषकों से धान खरीद किया जाना है। इस वर्ष लघु एवं सीमांत कृषकों को दो टोकन और बड़े कृषकों को तीन टोकन का प्रावधान है । टोकन ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों माध्यम से किसानों को प्रदान किया जा रहा है। कृषक ऐप टोकन तुंहर हाथ के मध्यम से भी कृषक स्वयं टोकन जारी कर सकते हैं। सभी उपार्जन केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक कांटा, मॉइस्चर मीटर , बॉयोमेट्रिक डिवाइस उपलब्ध है। सभी धान खरीद केंद्रों में नये और पुराने बारदानों की पूरी व्यवस्था की गई है। कृषकों की सुविधा हेतु सभी उपार्जन केंद्रों में छाया और पेयजल, शौचालय तथा बैठक व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

खाद्य अधिकारी जगदलपुर से मिली जानकारी के अनुसार बस्तर जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों का नोडल अधिकारियों द्वारा नियमित तौर पर निरीक्षण कर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही अन्य अधिकारियों द्वारा धान खरीदी की मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन सभी धान खरीद केन्द्रों पर किसानों को धान उपार्जन हेतु पर्याप्त बारदाने की उपलब्धता सहित तौल की व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है। जिले के 79 उपार्जन केन्द्रों में 78910 मेट्रिक टन धान का उपार्जन कार्य किया जा चुका है। साथ ही इन धान खरीद केन्द्रों से 16 दिसम्बर तक 50 उपार्जन केन्द्रों से 18393 मेट्रिक टन धान का परिवहन आदेश जारी किया जा चुका है, जिसके विरुद्ध 24 उपार्जन केन्द्रों से परिवहनकर्ताओं द्वारा करीब 3 हजार मेट्रिक टन धान का उठाव किया गया है और अन्य केन्द्रों से भी निरंतर धान का उठाव कर जिले के धान संग्रहण केन्द्र नियानार एवं छोटेदेवड़ा में भण्डारण किया जा रहा है।