अमेठी को वर्षों इमोशन के आधार पर छला गया : स्मृति ईरानी

अमेठी, 16 मार्च (हि.स.)। अमेठी संसदीय क्षेत्र के संग्रामपुर ब्लॉक अंतर्गत विशेश्वरगंज बाजार स्थित काली मैदान में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि आप यदि क्षेत्र को अपना परिवार मानते तो उसे प्राथमिकता देते। अगर क्षेत्र को घर परिवार मानते तो कम से कम अपने कार्यालय पर रुकते। अगर घर परिवार मानते तो कोरोना काल में यहां पहुंच कर कम से कम जनता की सेवाकर देते। लेकिन राहुल गांधी तब भी नहीं थे, जब दु:ख की घड़ी आई थी। तब भी नहीं थे जब चुनौती आई थी। जब भारत जोड़ो यात्रा लेकर आए तो किसी भी कार्यालय में नहीं गए। वह खुद ही अपनी पार्टी से और अपने कार्यकर्ताओं से पल्ला झाड़ रहे हैं तो क्यों कोई व्यक्ति उनसे यहां जुड़ेगा।

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि सिर्फ अमेठी ही नहीं बल्कि पूरा राष्ट्र विकास के नए शिखर को छूने के लिए तैयार है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार बनाएगी। अमेठी लोकसभा क्षेत्र वह क्षेत्र है जो नामदार और कामदार के बीच का फर्क राष्ट्र के सम्मुख प्रस्तुत कर सकता है। इन पांच सालों में नरेंद्र मोदी का यह संकल्प था कि हम अमेठी में बदलाव की राजनीति करेंगे। 1 लाख 8 हज़ार 62 परिवारों को पहली बार जीवन में घर मिला। 2 लाख 30 हज़ार महिलाओं को घर में गैस का सिलेंडर मिला, मात्र 5 वर्षों में। 3 लाख 80 हजार किसानों को अपने बैंक के खाते में 6000 रुपया किसान सम्मान निधि मिला। लगभग साढ़े तीन लाख परिवारों से अधिक लोगों को नल से जल मिल रहा है।

अमेठी में पहली बार मेडिकल कॉलेज इन्हीं 5 वर्षों में स्थापित हुआ। पहली बार डायलिसिस सेंटर का बनना, पहली बार पासपोर्ट केंद्र का बनना, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का बनना। प्रश्न यह उठता है कि यदि कामदार मोदी 5 वर्षों में इतना काम कर सकते थे तो वह लोग जो सत्ता में थे, वर्षों वर्ष तक केंद्र में भी प्रदेश में भी थे। उन लोगों ने जानबूझकर अमेठी में विकास क्यों नहीं किया। विशेषतः चुनाव हारने के बाद वायनाड जाकर अमेठी की जनता को अपमानित करने का दुस्साहस क्यों किया? कोई भी व्यक्ति अपने परिवार को घर पानी और ईंधन से वंचित रखता है क्या? पर परिवार को कोई शौचालय से वंचित रखना है? यहां जब मैं पहली बार जनप्रतिनिधि बनकर आई तब 60% से अधिक परिवारों के घर बिजली नहीं थी। कोई अपने परिवार को अंधेरे में रखकर खुद उजाले में रहता है। तो अमेठी को वर्षों इमोशन के आधार पर छला गया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज अमेठी की जनता यह पूछ रही है कि स्मृति ईरानी और भारतीय जनता पार्टी पांच वर्षों में विकास का इतना काम कर सकती है। तो फिर राहुल गांधी जिनके पास केंद्र में सत्ता थी। उनके मित्र अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में सत्ता में थे, उनके पास सत्ता का कोई अभाव नहीं था। लेकिन सेवा का ध्येय नहीं था, इसलिए अमेठी को वंचित रखा। अखिलेश जानते हैं कि अमेठी में राहुल गांधी का कोई समर्थन नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव में संसदीय क्षेत्र के पांच विधानसभाओं में से चार में कांग्रेस की जमानत जप्त हुई थी। यह जनता का आक्रोश है जो बढ़-चढ़कर बोला है। हम जनता के सम्मुख आज पुनः विनम्रता के भाव से आग्रह करते हैं कि लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है यह चुनाव। आज देशभर से आवाज उठी है फिर एक बार मोदी सरकार और अमेठी से एक कमल का फूल जाएगा। मोदी की सरकार के माध्यम से लोकतंत्र को सुसज्जित करेगा यह हमारा संकल्प है।