अगर आप भी नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं तो यह आर्टिकल खास तौर पर पढ़ें। जल्द ही बढ़ सकती हैं स्मार्टफोन की कीमतें! टेक बाजार विशेषज्ञों ने निकट भविष्य में स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी की चेतावनी दी है। मेमोरी चिप्स की बढ़ी हुई कीमत और चीनी युआन के मजबूत होने से स्मार्टफोन की कीमत बढ़ने की संभावना है।
मार्केट रिसर्च फर्म ट्रेंडफोर्स ने DRAM यानी मेमोरी चिप्स की कीमत में बढ़ोतरी पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। सैमसंग और माइक्रोन जैसे प्रमुख आपूर्तिकर्ता अगली तिमाही में फोन की कीमतें 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। यह कीमत बढ़ोतरी DRAM यानी मेमोरी चिप्स की कमी के कारण हुई है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ स्मार्टफोन और कंप्यूटर बाजार में कीमतों में भी वृद्धि देखी जाएगी।
चीनी मुद्रा के मजबूत होने का भी असर
चीन की मुद्रा युआन के मजबूत होने से स्मार्टफोन की कीमत भी बढ़ने की आशंका है। जून 2023 में युआन 11.32 रुपये के निचले स्तर से बढ़कर दिसंबर में 12.08 रुपये हो गया। जो कि 6.7 फीसदी की बढ़ोतरी है. दिसंबर के बाद चीनी युआन की कीमत फिर बढ़ गई है. इसका सीधा असर स्मार्टफोन ब्रांडों पर पड़ता है, क्योंकि वे चीनी घटकों पर बहुत अधिक निर्भर होते हैं। स्मार्टफोन का आयात महंगा होने से इनकी कीमत भी बढ़ सकती है।
कटौती की संभावना वाली एक रात
अच्छी खबर यह है कि अंतरिम बजट में मोबाइल फोन पार्ट्स पर आयात दरें कम की गई हैं, जिससे कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन मेमोरी चिप की कीमतों में वृद्धि के बावजूद, इस कटौती राहत से उत्पादन लागत को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
उपभोक्ताओं पर क्या होगा असर?
बाजार विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि स्मार्टफोन की ऊंची कीमतें उपभोक्ता मांग को कम कर सकती हैं, एक ऐसा बाजार जो अभी ठीक होना शुरू ही हुआ है। इस मांग को गिरने से रोकने के लिए कंपनियां कीमत बढ़ाने के बजाय फोन में कम मेमोरी और स्टोरेज देने का विकल्प चुन सकती हैं। यानी 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज जैसे फीचर्स सीमित हो सकते हैं, जो फिलहाल 10,000 रुपये वाले फोन में भी मिलते हैं।
मेमोरी चिप्स की कीमत बढ़ने से 10 हजार रुपये या उससे कम प्राइस सेगमेंट में 5G स्मार्टफोन उपलब्ध कराना मुश्किल होगा। जिससे सस्ते स्मार्टफोन एक सपना बन कर रह जायेंगे.