क्या आप भी रातों को जागते हैं और सुकूनभरी नींद के लिए नींद की गोलियों का सहारा लेते हैं? अगर हां, तो सतर्क हो जाइए। नींद की गोलियां लेने से आपकी किडनी और लिवर को गंभीर नुकसान हो सकता है। अमेरिकन साइकेट्रिक एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के एक-तिहाई वयस्क नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। इसी वजह से, बड़ी संख्या में लोग स्लीपिंग पिल्स का इस्तेमाल करते हैं, जो कई गंभीर साइड इफेक्ट्स का कारण बन सकती हैं। इन दवाओं का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना करना खतरनाक है। आइए जानते हैं, नींद की गोलियां कितनी सुरक्षित हैं और इसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
नींद की गोलियां: कितनी सुरक्षित हैं?
स्लीपिंग पिल्स का उपयोग उन लोगों के लिए किया जाता है जिन्हें नींद न आने की गंभीर समस्या होती है।
- ये गोलियां दिमाग के केमिकल्स पर असर डालकर उन्हें शांत करती हैं, जिससे नींद आने में मदद मिलती है।
- अगर डॉक्टर की सलाह पर निश्चित मात्रा में इनका उपयोग किया जाए, तो ये कुछ हद तक सुरक्षित हो सकती हैं।
- लेकिन सामान्य समस्याओं के लिए खुद से स्लीपिंग पिल्स लेना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
स्लीपिंग पिल्स के प्रकार
- बेंजोडायजेपाइन:
- तुरंत असर दिखाती हैं और तेजी से नींद लाती हैं।
- लंबे समय तक इनका उपयोग खतरनाक हो सकता है।
- नॉन-बेंजोडायजेपाइन:
- कम असरदार होती हैं और इनके साइड इफेक्ट्स भी अपेक्षाकृत कम होते हैं।
- हिस्टामाइन-2 रिसेप्टर एंटागोनिस्ट्स:
- ये गोलियां सीधे नींद नहीं लातीं लेकिन नींद लाने में मदद करती हैं।
- इनके दुष्प्रभाव अन्य गोलियों की तुलना में कम होते हैं।
नींद की गोलियों के साइड इफेक्ट्स
- नींद में बाधा:
- स्लीपिंग पिल्स लेने से कई बार सामान्य नींद नहीं आती।
- रात में अचानक जागने या चौंकने की समस्या हो सकती है।
- ज्यादा नींद:
- बिना डॉक्टर की सलाह के ली गई गोलियां अत्यधिक नींद लाने का कारण बन सकती हैं।
- मस्तिष्क पर प्रभाव:
- लंबे समय तक इन गोलियों का इस्तेमाल दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है।
- इससे चिड़चिड़ापन, गुस्सा और याददाश्त से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- नींद उड़ जाना:
- अजीब बात यह है कि ज्यादा स्लीपिंग पिल्स लेने से नींद उड़ सकती है, जिससे रातभर जागना पड़ सकता है।
- लिवर और किडनी पर असर:
- बिना डॉक्टर की सलाह के ली गई स्लीपिंग पिल्स का सीधा असर लिवर और किडनी पर पड़ता है।
- इससे दोनों अंग फेल या डैमेज हो सकते हैं।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
- स्लीपिंग पिल्स की लत लग जाए:
- जब ऐसा लगे कि गोलियों के बिना नींद ही नहीं आ रही है।
- साइड इफेक्ट्स महसूस हो:
- स्लीपिंग पिल्स लेने के बाद अगर उल्टी, चक्कर, या बेचैनी महसूस हो।
- नींद न आने की समस्या बनी रहे:
- अगर गोलियां लेने के बाद भी नींद नहीं आती और रातभर जागना पड़ता है।
- हार्ट, लिवर, या किडनी की समस्या हो:
- इन समस्याओं से जूझ रहे लोग स्लीपिंग पिल्स का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।