संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है. फिर आज विदेश मंत्री जयशंकर ने आज भारत-चीन विवाद पर जानकारी दी. सदन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि LAC पर मौजूदा स्थिति सामान्य है. फिलहाल शांति बहाली के प्रयास जारी हैं. विदेश मंत्री ने आगे कहा कि दोनों देश सीमा पर हालात सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी स्थिति में हेरफेर नहीं करेगी और सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया जाएगा। उन्होंने चीन के साथ बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि सीमा पर हालात सामान्य होने के बाद ही चीन के साथ बातचीत की गई.
श्रेय सेना-विदेश मंत्री को जाता है
विदेश मंत्री ने कहा कि LAC पर शांति बहाल करने का पूरा श्रेय सेना को जाता है. उन्होंने आगे कहा कि कूटनीतिक पहल के कारण सीमा पर स्थिति सामान्य हो गई है. विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन इस बात पर सहमत हुए हैं कि यथास्थिति में कोई एकतरफा बदलाव नहीं होगा और साथ ही दोनों देशों के बीच पुराने समझौतों का पालन किया जाएगा। सीमा पर शांति के बिना भारत-चीन के रिश्ते सामान्य नहीं रह सकते.
दोनों देशों की सेनाएं विवादित क्षेत्र से पीछे हट गईं
आपको बता दें कि 21 अक्टूबर को भारतीय और चीनी सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख के विवादित देपसांग और डेमचोक इलाकों से अपना-अपना सामान हटाना शुरू किया था और यह नवंबर महीने से पहले पूरा हो गया था. जून 2020 में गलवान घाटी में हुई घातक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच रिश्ते काफी खराब हो गए। यह झड़प दोनों पक्षों के बीच दशकों में सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था।