SIP vs PPF : करोड़पति बनने की रेस में कौन जीतेगा? यह गणित जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
News India Live, Digital Desk : जब भी पैसों को बचाने और उन्हें बढ़ाने की बात आती है, तो हम सबके मन में एक सवाल सबसे ज्यादा घूमता है भाई, पैसा आखिर लगाएं कहां?"
हमारे देश में दो ऑप्शन सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। पहला है भरोसेमंद और सरकारी पीपीएफ (PPF), जिसे हमारे पापा और दादाजी हमेशा रिकमेंड करते हैं। और दूसरा है आजकल का 'कूल' ऑप्शन एसआईपी (SIP - म्यूचुअल फंड्स), जिसकी चर्चा हर युवा की जुबान पर है। अक्सर हम इन दोनों के बीच कन्फ्यूज हो जाते हैं कि ज्यादा फायदा किसमें है।
अगर आप भी इसी उधेड़बुन में हैं, तो चलिए आज बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं कि SIP और PPF में से कौन आपको अमीर बना सकता है और किसके साथ आपको जाना चाहिए।
1. PPF: सुकून और सुरक्षा की गारंटी (Public Provident Fund)
सबसे पहले बात करते हैं पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF की।
- सुरक्षा: अगर आप वो इंसान हैं जिसे रिस्क (Risk) से डर लगता है और चाहते हैं कि आपका एक भी पैसा डूबे नहीं, तो PPF आपका सबसे अच्छा दोस्त है। यह पूरी तरह से सरकारी है और सुरक्षित है।
- ब्याज (Interest): फिलहाल इस पर सरकार करीब 7.1% के आसपास ब्याज दे रही है। यह ब्याज तय होता है, यानी आपको पता होता है कि कितना मिलेगा।
- टैक्स और लॉक-इन: इसमें 15 साल के लिए पैसा जमा करना होता है। इसमें निवेश करने पर टैक्स छूट मिलती है और मजे की बात यह है कि मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी रकम भी टैक्स फ्री होती है।
2. SIP: रिस्क है, तो रिस्क नहीं... बल्कि 'रिवॉर्ड' है (Systematic Investment Plan)
अब बात करते हैं SIP की, जो शेयर बाजार (Market) से जुड़ा है।
- रिटर्न का धमाका: SIP में ब्याज दर फिक्स नहीं होती। लेकिन अगर हम पिछले 10-15 सालों का इतिहास देखें, तो इसने औसतन 12% से 15% तक का रिटर्न दिया है। जी हाँ, PPF से लगभग दोगुना!
- कंपाउंडिंग का जादू: SIP में कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) बहुत तेजी से काम करता है। लंबी अवधि में यह आपको करोड़पति बनाने की क्षमता रखता है।
- रिस्क फैक्टर: हां, इसमें बाजार का जोखिम होता है। अगर बाजार नीचे गया, तो रिटर्न कम हो सकता है। लेकिन अगर आप लंबा खेलते हैं (5-10 साल), तो नुकसान का डर बहुत कम हो जाता है।
अंतिम फैसला: कौन है बेहतर?
इसे एक उदहारण से समझते हैं।
अगर आप PPF में पैसा लगाते हैं, तो आपका पैसा सुरक्षित तरीके से धीरे-धीरे बढ़ेगा, कछुए की तरह। लेकिन अगर आप SIP चुनते हैं, तो आपका पैसा खरगोश की तरह दौड़ सकता है, बस इसमें रास्ते ऊबड़-खाबड़ (Market volatility) हो सकते हैं।
- PPF चुनें: अगर आप अपनी बेटी की शादी, बच्चों की पढ़ाई या रिटायरमेंट के लिए बिल्कुल सेफ फंड चाहते हैं।
- SIP चुनें: अगर आप अभी जवान हैं, थोड़ा रिस्क ले सकते हैं और 10-15 साल में एक बहुत बड़ी दौलत खड़ी करना चाहते हैं।
हमारा सुझाव (Expert Tip)
समझदारी इसी में है कि आप अपने पोर्टफोलियो में दोनों का बैलेंस रखें। एक हिस्सा सुरक्षा के लिए PPF में डालें और बड़ा मुनाफा कमाने के लिए एक हिस्सा SIP में जरूर निवेश करें। आखिर, अंडे कभी एक ही टोकरी में नहीं रखने चाहिए!
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