SIP Investment: इन दिनों देश में क्रिकेट का बुखार चढ़ा हुआ है. IPL इंडियन प्रीमियर लीग चल रहा है. खूब चौके-छक्के लग रहे हैं. लेकिन, क्या आप निवेश की पिच पर आउट हो गए हैं? अगर आप भी ऐसे बल्लेबाज की तलाश में हैं जो चौके-छक्के लगा सके, तो SIP सही विकल्प है. SIP निवेश से न सिर्फ अच्छा रिटर्न मिलता है, बल्कि कंपाउंडिंग का ‘पावर प्ले’ ऐसा है कि रिटर्न दोगुनी तेजी से दौड़ता है और आपको टी20 मैच विनर यानी 20 साल का मैच विनर बना देता है. अगर आप कंपाउंडिंग की ताकत को समझ गए, तो अमीर बनने की आपकी राह में कोई बाधा नहीं आएगी. कहीं भी निवेश करने से पहले जरूरी है कि आप फाइनेंशियल प्लानिंग करें. आप जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, आपको उतना ही फायदा मिलेगा. निवेश लंबी अवधि के लिए होना चाहिए. आइए समझते हैं…
कंपाउंडिंग क्या है?
कंपाउंडिंग की ताकत: बचपन में स्कूल में इसे पढ़ाया जाता है। लेकिन असल में इसकी ताकत एक निवेशक ही समझ पाता है। आसान तरीके से समझें तो निवेश करने पर मिलने वाले ब्याज को कंपाउंडिंग कहते हैं। मूलधन के साथ-साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है। कंपाउंडिंग आपके निवेश को दोगुना या तिगुना कर सकती है। म्यूचुअल फंड एसआईपी में यही काम करता है।
10 वर्षों के लिए 10,000 रुपये की एसआईपी
– अनुमानित रिटर्न: 12% प्रति वर्ष
– निवेश अवधि: 10 वर्ष
– कुल निवेश: ₹12,00,000
– कुल एसआईपी मूल्य: ₹23,23,391
– लाभ: ₹11,23,391
15 साल के लिए 10 हजार का एसआईपी निवेश
अनुमानित रिटर्न: 12% प्रति वर्ष
निवेश अवधि: 15 साल
आपका कुल निवेश: ₹18,00,000
एसआईपी का कुल मूल्य: ₹50,45,760
लाभ: ₹32,45,760
20 वर्षों के लिए 10,000 रुपये का एसआईपी निवेश
– अपेक्षित रिटर्न: 12% प्रति वर्ष
– निवेश अवधि: 20 वर्ष
– आपका कुल निवेश: ₹24,00,000
– एसआईपी का कुल मूल्य: ₹99,91,479
– लाभ: ₹75,91,479
कंपाउंडिंग का ‘पावर प्ले’
कंपाउंडिंग की ताकत तभी समझ में आएगी जब आप छोटी उम्र से ही निवेश करना शुरू कर देंगे। जितना ज़्यादा समय आप अपने निवेश को देंगे, उतना ज़्यादा फ़ायदा आपको मिलेगा। 5-10 साल की जगह 20-25 साल के लिए निवेश करने पर कंपाउंडिंग ज़्यादा होगी।