जयपुर, 5 मार्च (हि.स.)। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम ने पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक और मूल परीक्षार्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी को बिठाने के मामले में कार्रवाई करते हुए पन्द्रह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
एटीएस-एसओजी एडीजी वीके सिंह के अनुसार एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में एसओजी की टीम ने कार्रवाई करते हुए नरेश कुमार निवासी चितलवाना जिला सांचौर, सुरेन्द्र कुमार निवासी सांचौर जिला सांचौर, विवेक भाम्बु निवासी चूरू,मनोहर लाल निवासी बाडमेर, प्रेमसुखी निवासी बीकानेर,एकता निवासी चुरू,गोपीराम जांगू निवासी बाड़मेर, श्रवण कुमार विश्नोई निवासी बाड़मेर, भगवती विश्नोई निवासी जालौर,रोहिताश कुमार निवासी झुंझुनू, राजेश्वरी निवासी जालौर,नारंगी कुमार निवासी जालौर,चंचल कुमारी निवासी जोधपुर, करण पाल गोदारा निवासी बीकानेर और साथ ही हसनपुरा के सेंटर संचालक राजेश खंडेलवाल को भी गिरफ्तार किया है। हसनपुरा में शांति नगर स्थित सेंटर से पेपर लीक हुआ था। एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वी.के.सिंह ने बताया कि पर्चा लीक जयपुर के हसनपुरा में संचालित होने वाली रवीद्र बाल भारतीय उच्च माध्यमिक विघालय में बनाए गए परीक्षा केंद्र से हुआ था। परीक्षा केंद्र के अधीक्षक राजेश खंडेलवाल को जयपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इनमें से दस ने बीस से बाईस लाख रुपये में लीक हुआ पर्चा खरीदा था। कुछ लोग ऐसे हैं, जिनके स्थान पर डमी अभ्यर्थी ने परीक्षा दी थी और उनका चयन हो गया। एसआई भर्ती परीक्षा में कई लोग एसओजी के रडार पर है। गिरफ्तार लोगों में भर्ती के टॉपर भी शामिल है। एसओजी की जांच में अभी अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती है।