जयपुर, 13 अप्रैल (हि.स.)। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में नकल कर पास करने वाले ग्यारह ट्रेनी सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल को शुक्रवार को कोर्ट से जमानत मिलने के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की गलती या मिलीभगत की चर्चाएं जोरों पर है। इतने बड़े मामले की जांच सहित अन्य प्रक्रियाओं में एसओजी कैसे लापरवाही कर सकती है। जमानत के बाद ग्यारह ट्रेनी और कांस्टेबल इसे अपनी बड़ी जीत मानकर चल रहे है। जमानत मिलने के बाद अब पूर्व में जेल भेजे गए चौदह एसआई भी कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे है। हालांकि कोर्ट के आदेश की एसओजी समीक्षा कर रही है।
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में कोर्ट द्वारा ग्यारह ट्रेनी सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को दी गई जमानती आदेश की समीक्षा की जा रही है। यह देखा जा रहा है कि इस मामले में किस स्तर पर चूक हुई है। हालांकि इस मामले में किसी भी प्रकार की मिलीभगत से इंकार किया जा रहा है। गौरतलब है कि एसओजी की टीम 2 अप्रैल को सुबह करीब 9.30 राजस्थान पुलिस एकेडमी पहुंची थी। यहां तीन घंटे तक आरोपितों से पूछताछ की थी। इसके बाद 15 ट्रेनी एसआई को डिटेन कर एसओजी मुख्यालय लाया गया था। जिसमें 2 महिला और 13 पुरुष सब इंस्पेक्टर शामिल थे। यहां पूछताछ के बाद 3 अप्रैल को 11 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा एसओजी ने जोधपुर कमिश्नरेट के सदर बाजार थाने में तैनात कांस्टेबल अभिषेक बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया था। अभिषेक बिश्नोई एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पास हुआ था, लेकिन उसने जॉइन नहीं किया था।