शुक्र प्रदोष व्रत भगवान शिव की आराधना के लिए बेहद खास माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को यह व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिवजी की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति सुख-समृद्धि प्राप्त करता है। आइए जानते हैं इस साल शुक्र प्रदोष व्रत की तारीख, शुभ मुहूर्त और इसका महत्व।
शुक्र प्रदोष व्रत 2024 की तिथि
- तिथि प्रारंभ: 12 दिसंबर 2024 को रात 10:26 बजे
- तिथि समाप्त: 13 दिसंबर 2024 को शाम 7:40 बजे
उदयातिथि के आधार पर, इस वर्ष शुक्र प्रदोष व्रत का पालन 13 दिसंबर 2024 को किया जाएगा।
शुक्र प्रदोष व्रत 2024 का पूजा मुहूर्त
इस वर्ष शुक्र प्रदोष व्रत के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
- अभिजीत मुहूर्त:
- सुबह 11:55 बजे से दोपहर 12:36 बजे तक।
- शाम का शुभ मुहूर्त:
- शाम 5:26 बजे से शाम 7:40 बजे तक।
इस दिन भक्तों को भगवान शिव की पूजा के लिए लगभग 2 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।
शुक्र प्रदोष व्रत 2024 पर विशेष योग
इस बार शुक्र प्रदोष व्रत पर तीन शुभ योग बन रहे हैं, जो पूजा के महत्व को और भी बढ़ा देते हैं:
- रवि योग:
- प्रारंभ: 13 दिसंबर को सुबह 7:50 बजे
- समाप्त: 14 दिसंबर को सुबह 5:48 बजे
- रवि योग में पूजा करने से सूर्य के प्रभाव से कुंडली के दोष समाप्त होते हैं।
- शिव योग:
- शिव योग के प्रभाव से पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।
- सिद्ध योग:
- सिद्ध योग में किए गए कार्य सफल होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इन तीनों योगों का संयोग इस व्रत को बेहद फलदायी बनाता है।
शुक्र प्रदोष व्रत का महत्व
शुक्र प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है।
- इस व्रत को करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
- मृत्यु के बाद व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- इस दिन जरूरतमंदों को दान देने का भी विशेष महत्व है।
पूजा विधि
- स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग का जल, दूध और बेलपत्र से अभिषेक करें।
- भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
- ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
- व्रत कथा सुनें और जरूरतमंदों को दान करें।