ममता बनर्जी के संदेशखाली दौरे पर शुभेंदु अधिकारी का तीखा हमला, तृणमूल नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप

Suvendu Adhikari And Mamata Bane

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संदेशखाली दौरे के एक दिन बाद, भाजपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने उन पर जमकर निशाना साधा। मंगलवार को संदेशखाली में आयोजित एक रैली में अधिकारी ने ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेताओं पर दुराचार और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर इन अत्याचारों की जांच के लिए एक आयोग का गठन करेगी।

ममता बनर्जी पर षड्यंत्र के आरोप

शुभेंदु अधिकारी ने कहा,
“ममता बनर्जी ने संदेशखाली में माताओं और बहनों के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार कराने की साजिश रची।”
उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी के स्थानीय बाहुबली नेताओं, जैसे शाहजहां शेख, ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार किए और जब महिलाओं ने इनके खिलाफ आवाज उठाई, तो उन्हें झूठे मामलों में फंसा दिया गया।

भाजपा नेता ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा सत्ता में आती है, तो तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के अत्याचारों की जांच के लिए एक विशेष आयोग गठित किया जाएगा।

संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन का संदर्भ

संदेशखाली, उत्तर 24 परगना जिले का सुंदरबन से सटा द्वीपीय इलाका, 2024 की शुरुआत में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों का गवाह बना था।

  • विरोध के कारण: स्थानीय टीएमसी नेताओं पर जमीन हड़पने और महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप।
  • सीएम ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया: सोमवार को अपने संदेशखाली दौरे के दौरान ममता बनर्जी ने निवासियों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसी को पैसे देने की जरूरत नहीं है।

भाजपा की चुनावी रणनीति और आरोप

शुभेंदु अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा ने 2021 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम और 2024 के लोकसभा चुनाव में तमलुक से हिंदू वोटों के समर्थन के कारण जीत दर्ज की।
उन्होंने कहा,
“यह गति 2026 के विधानसभा चुनावों तक जारी रहेगी।”

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस पर अनुचित चुनावी तरीकों का सहारा लेने का भी आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि बशीरहाट से टीएमसी के दिवंगत सांसद हाजी एसके नूरुल इस्लाम के नामांकन पत्र में खामियां थीं। भाजपा की उम्मीदवार रेखा पात्रा ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।

टीएमसी पर हमला और भाजपा की योजना

शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह बिगाड़ दिया है। उन्होंने ममता बनर्जी को “शरारतपूर्ण इरादों वाला व्यक्ति” करार देते हुए कहा कि उनकी सरकार महिलाओं और कमजोर वर्गों के खिलाफ अत्याचारों को बढ़ावा दे रही है।

भाजपा नेता ने अपने समर्थकों से 2026 के विधानसभा चुनावों में टीएमसी को सत्ता से बाहर करने के लिए एकजुट रहने की अपील की।

भविष्य की राजनीति की दिशा

संदेशखाली का मुद्दा तृणमूल और भाजपा के बीच राजनीतिक संघर्ष का एक और बड़ा मोर्चा बन गया है।

  • भाजपा का वादा: सत्ता में आने पर महिलाओं और स्थानीय निवासियों के खिलाफ किए गए अत्याचारों की जांच।
  • टीएमसी का पक्ष: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और भ्रष्टाचार खत्म करने का दावा किया।

यह विवाद सिर्फ संदेशखाली तक सीमित नहीं है; यह पश्चिम बंगाल की राजनीति में अगले विधानसभा चुनाव तक प्रमुख मुद्दा बन सकता है।