भस्म आरती के दौरान कैसे लगी आग? जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

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होली के दिन उज्जैन महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना हुई थी. जिसकी जांच रिपोर्ट जांच कमेटी ने जिला प्रशासन को सौंप दी है. जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इस मामले में महाकाल मंदिर की सुरक्षा एजेंसी को भी नोटिस भेजा गया है.

रिपोर्ट में क्या निकला?

महाकालेश्वर मंदिर अग्निकांड में गठित जांच समिति ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। जांच समिति ने कहा कि होली पर महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना का मुख्य कारण गर्भगृह में अत्यधिक मात्रा में भड़का हुआ गुलाल ले जाना था. इसके अलावा जांच में यह भी पाया गया कि दुर्घटना के दौरान एकमात्र निकास द्वार को 15 मिनट से अधिक समय तक बंद रखा गया था, गर्भगृह में बड़ी संख्या में पुजारियों और सेवकों की मौजूदगी, मंदिर प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सौंपे गए कर्तव्यों का उल्लंघन और होली के आयोजन को लेकर जारी किए गए निर्देशों को भी हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।

ये लोग भी दोषी पाए गए

जांच समिति ने होली के त्योहार पर निर्धारित प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए मुख्य रूप से मंदिर के अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारियों और अन्य अधिकारियों को दोषी ठहराया है। मुंबई स्थित अग्निशमन विशेषज्ञ नीलेश उकांडे ने भी आग लगने की घटना का मुख्य कारण ज्वलनशील गुलाल की अधिक मात्रा को माना है। हालांकि अभी सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है.

मंदिर के अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई की जायेगी

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि अग्निकांड को लेकर विभिन्न स्तरों पर लापरवाही हुई है. इनमें मुख्य रूप से होली के त्योहार के लिए ड्यूटी पर तैनात मंदिर प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं करना, सुरक्षा एजेंसी की लापरवाही, अधिक मात्रा में गुलाल मंदिर में ले जाना शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि मंदिर प्रबंधन समिति के निर्देशों को लागू करने में लापरवाही के लिए जिम्मेदार मंदिर प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में सुरक्षा एजेंसी को भी नोटिस दिया जा रहा है और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.