रांची, 08 मार्च (हि. स.)। रांची के पिठौरिया स्थित बाडू में स्थित प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में शुक्रवार को शिवरात्रि महोत्सव धूम धाम से मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्मकुमारी शिव बाबा के झंडोतोलन के साथ हुआ। इस अवसर पर द्वादश ज्योतिर्लिंग की विधिवत पूजा अर्चना और विशेष आरती की गई है। साथ ही शिव भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
मौके पर बी के राजमती ने शिवरात्रि के वास्तविक अर्थ पर प्रकाश डाला और बताया कि मनुष्य बड़ी श्रद्धा और उत्साह से शिवरात्रि मनाते हैं। अर्ध रात्रि से ही लाइन में लग जाते हैं। शिवजी पर जल और दूध के साथ साथ अर्क के फूल , धतूरा,बेलपत्र आदि चढ़ाते हैं। क्या कभी सोचा है क्यों? देवी देवताओं पर खुशबू दार फूल और मिठाई एवं शिव पर भांग, धतूरा इत्यादि,बेर अर्थात् अंदर की ईर्ष्या बैर भाव को चढ़ाना। जबकि धतूरा विषय विकारों के अर्पण का प्रतीक है। भांग का अर्थ है कि परमात्मा के प्यार का नशा करना है। बेल पत्र तीनों कालों को दर्शाते है।
शिवलिंग पर तीन लाइन और बिंदु दर्शाता है कि शिव तीनों लोकों के स्वामी हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डीएवी गांधीनगर स्कूल के प्रचार्य एस के सिन्हा, सुजला सिन्हा, भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव रंजन, भाजयुमो कला एवं खेल प्रकोष्ठ रांची महानगर के संयोजक आशुतोष द्विवेदी,नीतू अग्रवाल,विवेक अग्रवाल , संपत्ति देवी सहित कई लोग शामिल हुए।