बेटियों का बेहतर भविष्य बनाना, हमारा प्रण: शिवराज

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रांची, 19 नवंबर (हि.स.)। केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को झारखंड के रांची में बहनों से मुलाकात कर संवाद किया। इस दौरान शिवराज सिंह से बहनों ने महिला सशक्तिकरण को लेकर कई सवाल किए और केन्द्रीय मंत्री ने विस्तार से बहनों के सवालों के जवाब दिए।

इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, महिलाओं को आगे बढ़ाना, बेटियों की बेहतर शिक्षा, बहनों का विकास और बहन-बेटियों की जिंदगी में बदलाव लाना, मेरे जीवन का मिशन है। शिवराज ने कहा कि हम स्व-सहायता समूहों के माध्यम से हर बहन को लखपति बनाने का अभियान चल रहे हैं। लखपति दीदी मतलब हर बहन की प्रति माह आमदनी 10 हजार रुपये से ज्यादा हो और सालान एक लाख रुपये से अधिक हो। बहनों के जीवन से अंधेरा दूर कर एक नया उजाला लाना ही हमारा संकल्प है।

चौहान ने बहनों से संवाद करते हुए कहा किमैंने बचपन से ही अपने गांव और आसपास देखा था कि बेटा-बेटी में भेदभाव किया जाता था। बेटा हो तो जश्न मनाया जाता था और यदि बेटी पैदा हो गई तो मां का ही चेहरा उतर जाता था। इसके अलावा बहनों के जीवन की परेशानियां भी मैंने देखी थी। तभी से मन में ये भाव था कि बहन-बेटियों के लिए कुछ करना है। मैं प्रचार करता था कि बेटी है तो कल है। बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे।

चौहान ने कहा कि बेटियों को बेहतर और निशुल्क शिक्षा मिले इसके लिए हमने मध्यप्रदेश में ये तय किया कि पहली से लेकर पीजी तक की शिक्षा फ्री करेंगे। प्राइवेट कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज में जो फीस लगती है वो फीस गरीब बच्चे नहीं भर पाते हैं। कई बच्चों का अलग-अलग परीक्षाओं के माध्यम से एमबीबीएस, इंजीनियरिंग में चयन हो जाता है लेकिन भारी भरकम फीस होने की वजह से वो एडनिशन नहीं ले पाते हैं। इसलिए हमने मध्यप्रदेश में निर्णय लिया कि बेटा-बेटी की फीस भी हम भरेंगे।