Shiva's Abode in the Heart of Lucknow: श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर का आध्यात्मिक सफर
News India Live, Digital Desk: Shiva's Abode in the Heart of Lucknow: लखनऊ की काली बाड़ी रोड पर स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर न केवल एक प्राचीन पूजा स्थल है, बल्कि यह श्रद्धालुओं के लिए विश्वास, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का एक प्रमुख केंद्र भी है। इस मंदिर का इतिहास, इसके संस्थापक स्व. रासबिहारीलाल मिश्रा की गहन आस्था और सेवा भावना से जुड़ा है, जिन्होंने अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर भगवान शिव के प्रति अपनी अगाध श्रद्धा व्यक्त करते हुए इस मंदिर की कल्पना की थी।
दरअसल, 1944 में, अपनी वृद्धावस्था के बावजूद, रासबिहारीलाल मिश्रा ने काली बाड़ी रोड पर महादेव की प्राण-प्रतिष्ठा की इच्छा जाहिर की। उनका यह स्वप्न उनके देहावसान (1945) के बाद भी परिवार द्वारा जीवंत रखा गया। 1950 में, विधिवत पूजा-अर्चना के साथ इस पवित्र नर्मदेश्वर महादेव शिवलिंगम की स्थापना की गई, जिससे मंदिर का औपचारिक अस्तित्व शुरू हुआ। समय के साथ, भगवान शिव के पूर्ण परिवार को मंदिर में स्थापित किया गया, जिसमें नंदी जी, माँ पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय जी की प्रतिमाएं भी शामिल हैं, जो भक्तों को एक समग्र और पूर्ण धार्मिक अनुभव प्रदान करती हैं।
यह मंदिर दशकों से अपनी परंपरा को सहेजता आ रहा है। मंदिर में निरंतर पूजन कार्य उनके वंशजों द्वारा किया जाता रहा है, और वर्तमान में भी रासबिहारीलाल मिश्रा के पौत्र पं. चंद्रमोहन मिश्रा और उनकी पुत्रवधू मंजुला मिश्रा पूरी लगन से मंदिर की देखरेख और सेवा कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। उनके सानिध्य में ही भक्तों का आगमन जारी रहता है और सभी धार्मिक कार्य कुशलतापूर्वक संचालित होते हैं। भक्तों के निरंतर दान और सहयोग से मंदिर का लगातार विकास होता रहा है, जिससे इसकी सुविधाओं और पहुंच में वृद्धि हुई है।
इस मंदिर की एक और खासियत इसकी आध्यात्मिक आभा और भक्तों की असीम श्रद्धा है। ऐसी मान्यता है कि यहाँ जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी मनोकामना लेकर आते हैं, भोलेनाथ उसे अवश्य पूरा करते हैं। यह विश्वास मंदिर के दिव्य वातावरण और यहां के पुजारियों के निःस्वार्थ सेवा भाव से और भी दृढ़ होता है। इस मंदिर को प्रेम और भक्ति की अटूट संगमस्थली के कारण 'लखनऊ का लघु प्रयागराज' भी कहा जाता है, जहाँ शिव भक्तों का तांता लगा रहता है। सावन जैसे पवित्र माह में तो यहाँ का नज़ारा विशेष होता है, जब भक्त बड़ी संख्या में शिवजी का अभिषेक करने आते हैं और पूरा वातावरण "हर हर महादेव" के जयघोष से गूँज उठता है।
श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर वास्तव में न केवल एक पूजा स्थल है, बल्कि यह रासबिहारीलाल मिश्रा के विश्वास और उनके परिवार की अटूट सेवा भावना की एक जीवित विरासत है, जो लखनऊ के आध्यात्मिक परिदृश्य को आज भी समृद्ध कर रहा है।
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