जम्मू , 23 जून (हि.स.)। शिवसेना (यूबीटी) जम्मू-कश्मीर इकाई ने पहलगाम में भव्य श्री अमरनाथ यात्रा के मुख्य आधार शिविर के समीप स्थित प्राचीन ममलेश्वर और गणेशबल मंदिरों की दयनीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इन हिन्दू पूजनीय स्थलों का तत्काल जीर्णोद्धार की मांग की है। पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं के एक दल ने हाल ही में पहलगाम का दौरा कर यात्रा व्यवस्थाओं का जमीनी जायजा लिया था।
पार्टी अध्यक्ष मनीष साहनी ने रविवार को जम्मू में मीडिया कर्मियों से विशेष बातचीत पर बताया कि भव्य वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा से जुड़े प्रसिद्ध प्राचीन हिंदू मंदिरों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। श्री अमरनाथ यात्रा का पहला पड़ाव, गणेशबल का श्री गणेश मंदिर मात्र एक साईन बोर्ड और कुछ पवित्र लाल पत्थरों तक सिमट चुका है। कश्मीर में सन् 2014 में आई बाढ़ से यह मंदिर क्षतिग्रस्त हुआ था। दस साल का लम्बा अरसा बीतने के बावजूद इसका पुनर्निर्माण नहीं किया जाना हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना साथ है।
उन्होंने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार प्राचीन ममलेश्वर मंदिर के आंगन के झरने पर मां पार्वती ने स्नान किया था और भगवान गणेश से प्रवेश द्वार की सुरक्षा करने के लिए कहा था। भगवान शिव को छोटे गणेश द्वारा प्रवेश की अनुमति नहीं दिए जाने पर क्रोधित भगवान शिव ने गणेश का सिर धड़ से अलग कर दिया और बाद में पार्वती के अनुरोध पर उन्हें पुनर्जीवित कर दिया। मान्यताओं के अनुसार पूजनीय पत्थरों पर श्री गणेश के खून के निशान हैं।
कश्मीर में रहने वाले हिंदुओं और पर्यटकों के लिए, यह मंदिर आस्था के प्रतीक के रूप में बहुत महत्व रखता है। साहनी ने अमरनाथ यात्रा से जुड़े व हिंदुओं के लिए धार्मिक महत्व रखने वाले इन पूजनीय स्थलों का तुरंत पुनर्निर्माण करने का आह्वान किया। इस मौके पर महिला विंग की अध्यक्ष मीनाक्षी छिब्बर, महासचिव विकास बख्शी शामिल थे।