प्रदेश में लगी जल बिजली परियोजनाओं पर पहला हक आवाम का : शिवसेना

जम्मू, 5 जुलाई (हि.स.)। जल संपदा की धनी जम्मू-कश्मीर रियासत की जनता निःशुल्क बिजली-पानी की हकदार है जिसे पूरा करने का संकल्प लेते है यह कहना है शिवसेना(यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई प्रमुख मनीश साहनी का। जम्मू के प्रैस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने निःशुल्क बिजली-पानी को जनता का जायज हक बताते हुए एक पोस्टर जारी किया जिसके माध्यम से जनता को जागरुक करने तथा इसे पूरा करने का संकल्प लिया गया।

साहनी ने कहा कि जल संपदा की घनी जम्मू-कश्मीर की जनता को कम से कम 300 युनिट बिजली व 30 हजार लीटर तक निःशुल्क पानी दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही तपती गर्मी में बढ़ती बिजली कटौती व घटती पानी सप्लाई पर भी कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि ‘बिजली पानी दे न सके जो वो सरकार निकम्मी है’। उन्होंने कहा कि दशकों से जम्मू-कश्मीर की सरजमीं पर नेशनल हाइड्रो-पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) जल बिजली परियोजनाओं का संचालन कर करोड़ की कमाई कर चुका है। मगर जम्मू-कश्मीर की आवाम बिजली-पानी के संकट से उभर नहीं पा रही है। उन्होंने कहा कि बिजली ढांचा व बार-बार मीटर बदलने को लेकर भी जनता के टैक्स के पैसों की जमकर बरबादी हो चुकी है।

आजादी के 77 साल बाद भी जनता को बिजली-पानी की कटौती से आजादी नहीं मिल पाई है। साहनी ने कहा कि हमारी सरजमीं पर संचालित जल पनबिजली परियोजनाओं पर पहला अधिकार जम्मू-कश्मीर की जनता का है । उन्होंने एन एच पी सी द्वारा संचालित परियोजनाओं को जम्मू-कश्मीर के हवाले करने की मांग की है। इसके साथ ही चेनाब वेली की रतले बिजली परियोजना से राजस्थान को बिजली देना जम्मू-कश्मीर के संसाधनों की लूट बताया हैं। साहनी ने कहा कि निःशुल्क बिजली-पानी जम्मू-कश्मीर की जनता का जायज हक है और शिवसेना उन्हें यह हक दिलाने का संकल्प लेती है। इस मौके पर अध्यक्ष महिला विंग मिनाक्षी छिब्बर, महासचिव विकास बख्शी, उपाध्यक्ष बलवंत सिंह, संजीव कोहली उपस्थित थे।