अपने प्रेमी को पाने के लिए उसने अपने पति की हत्या कर दी! नवविवाहिता दुल्हन ने शादी के 15 दिन के भीतर ही कर ली हत्या

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शादी से 15 दिन पहले पत्नी ने की पति की हत्या:  विवाह को भारतीय संस्कृति के पवित्र संस्कारों में से एक माना जाता है। लेकिन पिछले कुछ सालों से शादी से जुड़े अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से एक मामला सामने आया है, जहां एक पत्नी ने शादी के 15 दिन के अंदर ही अपने प्रेमी को पाने के लिए अपने पति की हत्या कर दी।  

 

सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के दिलीप और औरैया की प्रगति की शादी हर किसी के लिए एक सपने जैसी थी। इस खुशी के मौके पर न केवल रिश्तेदारों बल्कि पड़ोसियों ने भी हिस्सा लिया। हर धार्मिक समारोह धूमधाम और समारोह के साथ किया जा रहा था। लेकिन इस रस्म के दौरान दुल्हन प्रगति के मन में सात जन्मों की कसम खाने की बजाय कुछ और ही चल रहा था।

दोनों की शादी 5 मार्च 2025 को होगी।

प्रगति की बड़ी बहन पारुल की शादी दिलीप के बड़े भाई संजय से वर्ष 2019 में हुई थी, इसलिए प्रगति और दिलीप एक दूसरे से परिचित थे। लेकिन इस रिश्ते में एक अनकही सच्चाई छिपी थी। प्रगति पहले से ही अपने गांव के निवासी अनुराग यादव से प्यार करती थी। साथ ही यह भी खुलासा हुआ कि जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में पता चला तो उन्होंने जल्दबाजी में उसकी शादी दिलीप से तय कर दी। 5 मार्च 2025 को दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। लेकिन प्रगति के इरादे नहीं बदले। शादी के बाद भी अनुराग के प्रति उनका प्यार बरकरार रहा। अपने प्रेमी तक पहुंचने के लिए उसने ऐसा रास्ता चुना, जिसने सभी को चौंका दिया।

प्रेमी के साथ मिलकर रची खौफनाक साजिश

प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर दिलीप को इस दुनिया से मिटाने की खतरनाक योजना बनाई। प्रगति ने सोचा था कि दिलीप को मार देने पर ही वह अनुराग के साथ नई जिंदगी बिता पाएगी और इसके अलावा उसे दिलीप के घर से पैसे भी मिलेंगे, लेकिन उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो, वह हमेशा कुछ सुराग छोड़ ही जाता है। 

दिलीप खेत से लहूलुहान हालत में मिला 

पुलिस अधीक्षक अभिजीत शंकर ने बताया, ’19 मार्च 2025 को औरैया जिले के सहार थाना क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति गेहूं के खेत में गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा है। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो देखा कि वह व्यक्ति खून से लथपथ था। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीन दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद 22 मार्च को उनकी मौत हो गई। मृतक की पहचान दिलीप यादव के रूप में हुई। जब यह खबर उनके परिवार को दी गई तो परिवार में शोक का माहौल छा गया। दिलीप के भाई ने सहारा पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया और पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड की जांच शुरू कर दी। 

ऑपरेशन त्रिनेत्र से उजागर हुआ रहस्य

पुलिस ने ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के तहत सीसीटीवी फुटेज खंगाली और उससे जो सच सामने आया उसने सबको चौंका दिया। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग दिलीप को बाइक पर ले जा रहे हैं। इस सुराग के आधार पर पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय किया और जल्द ही रामजी नागर का नाम प्रकाश में आ गया। 24 मार्च 2025 को पुलिस ने रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने जो कबूलनामा दिया उससे पूरा मामला उजागर हो गया।

 

सौदा दो लाख में तय हुआ। 

रामजी नागर ने कहा, ‘यह पूरी साजिश प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग यादव ने रची थी। शादी से पहले ही प्रगति अनुराग से प्यार करती थी और किसी भी कीमत पर अपने प्रेमी को पाना चाहती थी। लेकिन जबरन शादी ने उसे इस हद तक धकेल दिया कि उसने हत्या का रास्ता चुन लिया। प्रगति ने ही अनुराग को एक लाख रुपए दिए थे, जिसे अनुराग ने मुख्य हत्यारे रामजी नागर को दे दिए। यह सौदा 2 लाख रुपये में तय हुआ और इसे पूरी टीम ने मिलकर अंजाम दिया। 

पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें रामजी नागर, अनुराग यादव और स्वयं प्रगति यादव शामिल हैं। लेकिन जांच अभी ख़त्म नहीं हुई है. पुलिस को इस साजिश में अन्य लोगों के शामिल होने के संकेत मिले हैं, जिनकी फिलहाल तलाश की जा रही है।