पुणे में मराठा सेवा संघ के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी पर तीखी टिप्पणी, नितिन गडकरी को पीएम बनने का सुझाव

Modi And Gadkari 1736046669496 1

पुणे में आयोजित मराठा सेवा संघ के कार्यक्रम में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज बीजी कोलसे पाटिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़े शब्दों में टिप्पणी करते हुए उन्हें “झूठा प्रधानमंत्री” करार दिया। पाटिल ने मंच पर मौजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपील करते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री का पद संभालें। इस बयान ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का ध्यान खींचा, लेकिन नितिन गडकरी ने पाटिल के बयान को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।

बीजी कोलसे पाटिल ने गडकरी को दी पीएम बनने की सलाह

कार्यक्रम के दौरान बीजी कोलसे पाटिल ने नितिन गडकरी की सराहना करते हुए कहा, “आपके भाषणों में समावेशी दृष्टिकोण झलकता है। इतिहास में कोई भी ब्राह्मण समावेशी नेता नहीं रहा है, लेकिन आपके पास यह अवसर है। आप प्रधानमंत्री बनने के योग्य हैं।”

पाटिल ने यह भी कहा, “भले ही हमारे विचार अलग हों, लेकिन मेरे मन में आपकी चिंता है। आप हमें न्याय दिला सकते हैं। हमें झूठे प्रधानमंत्री को स्वीकार क्यों करना चाहिए, जब आपके जैसा सक्षम नेता हमारे पास है?”

मराठा आरक्षण पर कोलसे पाटिल का बयान

मराठा आरक्षण के मुद्दे पर बात करते हुए पाटिल ने केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “अगर मराठा समुदाय को आरक्षण चाहिए, तो इसे केंद्र सरकार से मिलना चाहिए। महाराष्ट्र के 48 सांसदों को प्रधानमंत्री मोदी पर दबाव डालना चाहिए। अगर मराठों को आरक्षण नहीं दिया गया, तो सांसदों को प्रधानमंत्री का समर्थन वापस लेने की धमकी देनी चाहिए।”

उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र के सांसद एकजुट होकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे, तो आरक्षण देने का फैसला एक मिनट में हो सकता है।

पुरुषोत्तम खेडेकर के योगदान की सराहना

यह कार्यक्रम मराठा सेवा संघ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खेडेकर की 75वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खेडेकर के सामाजिक योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने समाज के लिए कई अहम सुधारात्मक कदम उठाए हैं।

गडकरी ने कहा, “खेडेकर ने अपने कार्यकाल में कई ऐसे निर्णय लिए, जिन्होंने समाज के बड़े वर्ग को लाभान्वित किया। उनका समर्पण और प्रतिबद्धता प्रेरणादायक है।”

नितिन गडकरी ने दिया संयमित जवाब

बीजी कोलसे पाटिल की तीखी टिप्पणी और सुझाव के बावजूद नितिन गडकरी ने मंच पर संयमित रुख अपनाया। उन्होंने पाटिल के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और कार्यक्रम को मराठा समाज और खेडेकर के योगदान पर केंद्रित रखा।