कारगिल युद्ध के प्रत्यक्ष अनुभवों को साझा किया

जम्मू, 18 अप्रैल (हि.स.)। कारगिल युद्ध ने हमारे सशस्त्र बलों के साहस, दृढ़ संकल्प और लचीलेपन का परीक्षण किया। भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों ने न केवल दुश्मन के खिलाफ लड़ाई लड़ी, बल्कि दुर्गम पहाड़ों और अकल्पनीय बाधाओं के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी। कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपरा का निर्वाह करते हुए पूरी दुनिया के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इसी भावना के साथ युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए प्रेरक व्याख्यान की एक श्रृंखला में, भारतीय सेना ने कारगिल विजय दिवस समारोह के हिस्से के रूप में हायर सेकेंडरी स्कूल, सियालसुई में सब मेजर लोकनाथ शर्मा, शौर्य चक्र द्वारा एक व्याख्यान का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने भारतीय वीरता के प्रत्यक्ष अनुभवों को साझा किया।

यह आयोजन हमारे देश की रक्षा करने वाले नायकों को श्रद्धांजलि और सशस्त्र बलों में शामिल होने के इच्छुक लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत था। जब दिग्गजों द्वारा व्याख्यान दिया जा रहा था तो माहौल में देशभक्ति की भावना महसूस की जा रही थी। युद्ध नायकों के ऐसे व्याख्यान युवा पीढ़ी पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं और उन्हें भारतीय सेना में शामिल होने और हमारे देश के जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं।