कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार लाल निशान पर खुला। शेयर बाजार में पिछले कुछ समय से गिरावट का रुख बना हुआ है। शुक्रवार को सुबह 9.30 बजे सेंसेक्स -746.17 अंकों की गिरावट के साथ 73,866.26 पर खुला, जबकि निफ्टी -220.90 अंकों की गिरावट के साथ 22,324.15 पर खुला। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि मैक्सिको और कनाडा से आयात पर टैरिफ अगले सप्ताह लागू होंगे, जिससे बाजारों पर दबाव बढ़ सकता है।
बाजार में गिरावट के 3 प्रमुख कारण
अमेरिकी टैरिफ निर्णय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मैक्सिको और कनाडा से आयात पर नये टैरिफ लगाने की घोषणा की। इससे वैश्विक बाजारों में दबाव बढ़ा और भारतीय बाजार पर भी असर पड़ा।
एफआईआई बिक्री
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार भारतीय बाजारों में बिकवाली कर रहे हैं, जिसके कारण गिरावट तेजी से बढ़ रही है।
भारत का तीसरी तिमाही (Q3) जीडीपी डेटा
देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े नए आंकड़े जारी होने वाले हैं, जिसका असर बाजार पर पड़ रहा है। इससे निवेशकों में अनिश्चितता पैदा हो गई है।
निवेशकों को करोड़ों का नुकसान
फरवरी में दुनिया भर के निवेशकों के रोने की बारी आती है। महीने के आखिरी दिन भी बाजार निवेशकों को कोई राहत नहीं दे रहा है। आज बाजार खुलते ही भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा पैसे स्वाहा हो गए। इतना ही नहीं, शुक्रवार के कारोबारी सत्र में कोई भी निफ्टी सूचकांक हरे निशान से ऊपर नहीं देखा गया। कुल मिलाकर, बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण रु. इसमें 4.46 लाख करोड़ की कमी आई।
ट्रम्प के टैरिफ निर्णय का असर, वैश्विक बाजारों में गिरावट
शुक्रवार को एशिया-प्रशांत शेयर बाजारों में गिरावट आई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि मैक्सिको और कनाडा से आयात पर टैरिफ अगले सप्ताह लागू होंगे, जिससे बाजारों पर दबाव बढ़ गया है।
जापान का निक्केई 2.76% गिरा, जबकि टोपिक्स 1.96% कमजोर हुआ। ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 0.67% तथा दक्षिण कोरिया का KOSPI 2% गिर गया।
गुरुवार को ट्रम्प ने पुष्टि की कि कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ 4 मार्च से लागू होंगे। उन्होंने कहा कि ये देश मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। इसके अलावा, चीन पर पहले से लगाए गए 10% टैरिफ के अतिरिक्त, 4 मार्च से उस पर 10% का अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा।
अमेरिकी बाजारों में भी गिरावट देखी गई। एसएंडपी 500 में 1.59% की गिरावट आई, जबकि नैस्डैक में 2.78% की गिरावट आई। इसके परिणामस्वरूप एनवीडिया के शेयरों में 8.5% की गिरावट आई। डाऊ जोन्स में 0.45% की गिरावट आई।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2024 की चौथी तिमाही में 2.3% की दर से बढ़ी, जो पिछली तीन तिमाहियों में सबसे धीमी वृद्धि दर है। नये बेरोजगारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी के तीसरे सप्ताह में नये बेरोजगारी दावे 22,000 बढ़कर 242,000 हो गये, जो दो महीनों में सबसे अधिक है तथा अपेक्षा से भी अधिक है।