Share Market : इन्फोसिस देगी निवेशकों को तोहफा? शेयर बायबैक पर फैसला इस हफ्ते, शेयर में आया उछाल

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News India Live, Digital Desk: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के निवेशकों के लिए यह हफ्ता काफी अहम रहने वाला है. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स इस हफ्ते गुरुवार, 11 सितंबर 2025 को एक बैठक करने वाले हैं, जिसमें इक्विटी शेयरों के बायबैक (Buyback) यानी कंपनी द्वारा अपने ही शेयर वापस खरीदने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा.

इस खबर के आते ही शेयर बाजार में इन्फोसिस के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली. मंगलवार को कंपनी का शेयर 3% से ज्यादा उछलकर ₹1,484.35 पर पहुंच गया.

क्या होता है शेयर बायबैक और क्यों है यह खास?

शेयर बायबैक एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों से अपने ही शेयर वापस खरीदती है. आमतौर पर कंपनी इसके लिए बाजार मूल्य से अधिक कीमत (प्रीमियम) देती है. बायबैक से बाजार में कंपनी के शेयरों की संख्या कम हो जाती है, जिससे प्रति शेयर आय (EPS) बढ़ जाती है और बचे हुए शेयरों का मूल्य बढ़ने की संभावना रहती है यह कदम अक्सर तब उठाया जाता है जब कंपनी के पास अतिरिक्त नकदी होती है और वह इसे अपने शेयरधारकों को लौटाना चाहती है.

क्यों अहम है इन्फोसिस का यह फैसला?

इन्फोसिस यह फैसला ऐसे समय में ले रही है जब पिछले काफी समय से आईटी सेक्टर दबाव में है और इन्फोसिस का शेयर भी संघर्ष कर रहा है. पिछले एक साल में कंपनी के शेयर की कीमत में करीब 24% की गिरावट आई है.ऐसे में यह बायबैक निवेशकों का भरोसा बढ़ाने और शेयर की कीमत को संभालने में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है.

अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो यह 2022 के बाद कंपनी का पहला शेयर बायबैक होगा. इन्फोसिस का अपने शेयरधारकों को इनाम देने का एक लंबा इतिहास रहा है. कंपनी ने 2017 से लेकर अब तक चार बार शेयर बायबैक किए हैं.

  • 2017: ₹13,000 करोड़ का बायबैक
  • 2019: ₹8,260 करोड़ का बायबैक
  • 2021: ₹9,200 करोड़ का बायबैक
  • 2022: ₹9,300 करोड़ का बायबैक

अब सभी की नजरें 11 सितंबर को होने वाली बोर्ड बैठक के नतीजे पर टिकी हैं. बैठक के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि बायबैक का आकार कितना बड़ा होगा और उसकी कीमत क्या रखी जाएगी.

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