जोधपुर, 24 जून (हि.स.)। सूरसागर में चार दिन पहले हुए उपद्रव के बाद अब शांति है। अधिकांश बाजार खुल चुके है। हालांकि एहतियात के तौर पर यहां पुलिस जाब्ता तैनात है लेकिन उसे अन्य दिनों की अपेक्षा कम दिया गया है। इलाके में ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर (पश्चिम) निशांत भारद्वाज ने बताया कि दो पक्षों में विवाद के बाद सूरसागर, प्रतापनगर, देवनगर और राजीव गांधी नगर थाना क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई थी जो अब तक जारी है। सूरसागर क्षेत्र में जहां विवाद हुआ था, वहां पुलिस जाब्ता तैनात है। पुलिस दर्ज मामलों में जांच कर आगे की कार्रवाई कर रही है। क्षेत्र में अब शांति है। पुलिस अधिकारियों ने क्षेत्र के लोगों से मिलकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की है। उपद्रव के चौथे दिन सोमवार को सूरसागर इलाके में दुकानें खुली। पूरे प्रकरण में पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजेश कुमार यादव द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। मामले की जांच राजीव गांधी नगर थानाधिकारी देवीचंद ढाका की तरफ से की जा रही है। एसीपी प्रतापनगर अनिल पालीवाल के अनुसार क्षेत्र में शांति पूर्ण तरह कायम है, पुलिस की गश्त के साथ जाब्ता तैनात है।
माहौल खराब करने की कोशिश
ड्रोन कैमरे से सर्चिंग में खुलासा हुआ है कि यहां कई घरों की छत पर पत्थरों के ढेर जमा किए हुए हैं। ड्रोन कैमरे में ये सब नजर आने के बाद पुलिस ने एसटीएफ टीम को फौरन इन घरों की छत पर भेजा और यहां से दो ट्रॉली से ज्यादा पत्थर बरामद किए। अब पुलिस इन मकान मालिकों पर सख्ती से कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। पुलिस को आशंका है कि यहां छतों पर जमा किए गए पत्थरों से एक बार फिर माहौल बिगाडऩे की साजिश रची जा रही थी। इसी के चलते रविवार को इस इलाके में ड्रोन सर्वे करवाया गया था। आधा दर्जन से ज्यादा घरों की छत पर पत्थर इकट्ठे किए हुए नजर आए थे। पुलिस ने सभी संबंधित मकान मालिकों के नाम-पते नोट कर लिए। अब जल्द ही इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। इससे पहले यह पता चला था कि सोशल मीडिया पर भी जोधपुर का माहौल बिगाडऩे की साजिश रची जा रही है। शुक्रवार देर रात जोधपुर के सूरसागर में हुई पथराव की घटना के बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे कर वीडियो को गलत ढंग से प्रचारित किया जा रहा है। एक्स (ट्विटर) पर अलग-अलग अकाउंट से वीडियो के साथ झूठे कैप्शन लगा कर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
सर्व समाज का आक्रोश, कहा- उपद्रवियों के घरों पर चलना चाहिये बुलडोजर
सूरसागर में दो पक्षों के बीच हुई झड़प को लेकर सोमवार को सर्व समाज के प्रतिनिधिमंडल ने संतों के सान्निध्य में जिला कलक्टर और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने उनको ज्ञापन सौंपकर सूरसागर में उपद्रव करने वाले दोषियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की एकतरफा कार्रवाई न की जाए। दोषियों को बख्शा न जाए। ज्ञापन देने आए लोगों ने बताया कि सूरसागर क्षेत्र में एक समाज विशेष के लोग द्वारा पिछले कई वर्षों से अनैतिक कार्य कर महिलाओं व लड़कियों के साथ छेडख़ानी कर रहेे है जिसकी वजह से पहले भी क्षेत्र में दंगे हुए तथा जानमाल की क्षति हुई है। उन्होंने इस प्रकार की गंभीर घटनाओं के कारण भी बताए है। उन्होंने बताया कि राजाराम चौराहे पर अवैध मीट की दुकानें संचालित हो रही है जो मंदिरों के पास है तथा जिससे हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचती है इसको बंद करवाया जाए। चौराहें पर सडक़ सीमा में अतिक्रमण हो रखा है उसकी जांच करके अवैध निर्माण ध्वस्त करवाया जाए। नो एंट्री जोन होने के बाद भी चौराहे पर व मुख्य सडक़ पर भारी वाहन खड़े रहते है जिससे यातायात बाधित रहता है और आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती है इसकी जांच करके दुरस्त किया जाए। देर रात तक दुकानें खुली रहने के कारण असामाजिक तत्व वहां समूह के रूप में बैठे रहते है जिससे राहगीरों को परेशान करना व उनसे लूटपाट करना आम बात है, इसको रोका जाए। सूरसागर थाने वाली सडक़ पर जो कब्रिस्तान है उसके बीच में चल रही सडक़ पर हुए अतिक्रमण को हटाया जाए। व्यापारियों के मौहल्ले में जो अवैध निर्माण है उसे हटाया जाए। पूरे क्षेत्र में समुचित सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में कोई घटना हो तो आरोपियों की जांच में सहयोग मिलेगा। जिनके घरों से पत्थर बरामद हुए है उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। संत श्रवणराम महाराज ने बताया कि 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया है। पुलिस प्रशासन सात दिनों में कठोर कार्रवाई नहीं करता है तो हिन्दू समाज संतों के नेतृत्व में सडक़ों पर आकर उग्र आंदोलन करेगा।