कोलकाता, 04 जुलाई (हि.स.)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), ने ‘नीट’ और ‘यूजीसी नेट’ परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में गुरुवार को प्रदर्शन किया है। एसएफआई ने एक दिवसीय छात्र हड़ताल के तहत गुरुवार को कोलकाता के दो प्रमुख विश्वविद्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया।
एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने जादवपुर विश्वविद्यालय के गेट के सामने टायर जलाए और एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के सरगना की गिरफ्तारी की मांग की।
प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के मेन गेट के सामने भी छात्रों ने धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ली थीं जिनपर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की गई थी।
क्या कहना है एसएफआई का?
एसएफआई की जादवपुर विश्ववि/गंगाद्यालय इकाई के सदस्य अभिनव बसु ने बताया कि अधिकतर छात्रों ने इस विरोध को समर्थन दिया है। प्रदर्शन/गंगाकारियों ने किसी को भी परिसर में प्रवेश करने से नहीं रोका। उन्होंने कहा, “हमारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन दोपहर तक जारी रहा।”
एसएफआई की इस हड़ताल के कारण कई विश्वविद्यालयों में कक्षाएं बाधित हुईं। छात्र संगठन की राज्य इकाई ने इस मुद्दे पर कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में दिन भर विरोध रैलियां निकालने की योजना बनाई है।
एसएफआई ने यह भी संकेत दिया है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आगे भी इसी तरह के प्रदर्शन करते रहेंगे।