Sesame Side Effects: तिल के सेवन से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, लेकिन हर किसी को यह बीज नहीं खाना चाहिए। यहां आप विस्तार से इसका कारण जान सकते हैं-
तिल एक स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन जैसे कई लाभकारी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन आमतौर पर ठंड के दिनों में किया जाता है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।
वैसे तो तिल के फायदे अनगिनत हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए तिल का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ा सकता है। यहां हम आपको ऐसी 5 स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में बता रहे हैं, जिनमें तिल खाने से समस्या बढ़ने का खतरा रहता है-
थाइरोइड
तिल में गोइट्रोजन नामक तत्व पाए जाते हैं, जो थायरॉयड ग्रंथि की गतिविधि को प्रभावित कर सकते हैं। ये तत्व थायरॉयड हार्मोन के उत्पादन को कम कर सकते हैं, जिससे हाइपोथायरायडिज्म जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में जिन लोगों को थायरॉयड की समस्या है, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना तिल का सेवन नहीं करना चाहिए।
एलर्जी
कुछ लोगों को तिल से एलर्जी होती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में अगर आपको तिल खाने के बाद शरीर में खुजली, चकत्ते, सूजन या सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्या होती है, तो इसके सेवन से बचें।
उच्च रक्तचाप
तिल में सोडियम और पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, लेकिन अगर किसी व्यक्ति को उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो उसके लिए तिल का अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक हो सकता है। इसलिए उच्च रक्तचाप के रोगियों को सीमित मात्रा में ही तिल का सेवन करना चाहिए।
प्रेग्नेंट औरत
गर्भवती महिलाओं को तिल का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए। तिल का अधिक सेवन गर्भावस्था में होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों को प्रभावित कर सकता है और गर्भपात के जोखिम को बढ़ा सकता है। हालाँकि तिल के स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसका अधिक सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
कब्ज़ की शिकायत
तिल में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो आमतौर पर पाचन के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन जिन लोगों को पेट की समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी या दस्त की शिकायत होती है, उन्हें अधिक मात्रा में तिल का सेवन नहीं करना चाहिए।